Nrega Karmikon Se Apeel
Posted On at by NREGA RAJASTHANNrega Karmikon Se Apeel
प्रिय साथ्रियो राज्य सरकार हमारे आदोलन को तोडने के प्रयास कर रही लेकिन हम लोगों को एकजुट होकर डटे रहना है साथियों आंदोलन को गति देने के लिए समस्त जिलाध्यक्षों व प्रदेश कमेटी ने कार्यक्रम तय किया है जिसके तहत दिनांक 27-01-2012 को भीख मांग कर मुख्यमंञी सहायता कोष में राशि जमा करवाना, दिनांक 30-01-2012 को जन्प्रतिनिधियों का घेराव कर डिजायर लिखवाना, 31-01-2012 को जिला स्तर पर रैली निकालकर ज्ञापन देना इसके अलावा राज्य स्तर पर आंदोलन के लिए प्रदेश कमेटी द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं जिसके अंतर्गत संभवतया 02-02-2012 को राज्य स्तर पर रैली का कार्यक्रम रखा जावेगा सभी साथियों से अनुरोध है कि एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनावें
प्रिय साथियों पिछले काफी दिनों से आप कार्मिकों के द्वारा किये जा रहे आंदोलन से विचलित होकर राज्य सरकार अपने अधिकारियों के द्वारा सभी नरेगा कार्मिकों पर भारी दबाव बनाने का प्रयास कर रही है लेकिन आप सब की एकजुटता मेहनत एवं संघर्ष के कारण सम्पूर्ण राजस्थान में नरेगा कार्मिकों का आंदोलन सफलता दर सफलता आगे बढता जा रहा है सरकार दबाव की रणनीती के तहत सबसे पहले तो कुछ तथाकथित व्यक्तियों के द्वारा नकारात्मक प्रचार करवाया जा रहा है कि क्षेञ विशेष में या जिला विशेष में या पंचायत समिति विशेष में आंदोलन नहीं चल रहा है ऐसा करके सरकार सिर्फ हमारे बीच में भ्रांतियां पैदा करना चाहती है जबकि दोस्तो आप सबकी एकजुटता से आंदोलन सम्पूर्ण राजस्थान में विधिवत रूप से चल रहा है इस आंदोलन को तोडने के लिए सरकार ने कई जिलों में नई भर्ती के आदेश निकालने जैसी दमनात्मक कार्यवाही कर रही है लेकिन दोस्तों अगर हम सब एकता से इसी तरह लडते रहे तो सरकार नई भर्ती करना तो दूर एक कार्मिक को निकालने तक की हिम्मत नहीं कर सकती दोस्तो अगर आपके जिले में किसी भी अधिकारी के द्वारा नई भर्ती या नई भर्ती के आदेश जैसे दमनात्मक कदम उठाने के बारे में कहा जाता है तो आप लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है सम्पूर्ण राजस्थान के 14000 कार्मिक हम सब एक हैं और इसी एकता के फलस्वरूप सरकार न पहले हमारा कुछ बिगाड पाई है और न भविष्य में ऐसा कर पायेगी दोस्तो अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में जवाब दिया जावे कि अगर नौकरी करनी है तो नियमित कर्मचारी के रूप में करेंगे अन्यथा इस तरह की गुलामों की नौकरी नहीं करेंगे सभी कार्मिक भाईयों से निवेदन है कि अगर कहीं पर कोई कार्मिक भाई आंदोलन का साथ नहीं दे रहा है तो उसे समझाकर इस आंदोलन रूपी महायज्ञ में साथ देने का प्रयास करावें दोस्तों अगर कोई कार्मिक यह सोचे कि ऐसे मौके में मै संघ का साथ न देकर सरकार का साथ दूंगा तो ऐसे कार्मिकों के साथ सरकार आगे जाकर धोखा देने वाली ही है ऐसे कार्मिकों का अगर कोई अपना है तो अपना संघ ही है अतः दोस्तों इस तरह की कोई भी कार्यवाही न करें जो संघ रूपी परिवार में भेद डालने का काम करेगी अतः सभी कार्मिकों से निवेदन है कि इस महायुद में रावण रूपी सरकार के खिलाफ राम की सेना बनकर संघ के प्रति समर्पण भाव से काम करें दोस्तों जब तक सरकार की तरफ से अपनी मांगों का स्पष्ट आदेश प्रसारित नहीं कर दे तब तक अपने को आंदोलन जारी रखना है दोस्तो प्रदेश कमेटी हर प्रकार से इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए यथा राजनैतिक नेताओं के साथ सम्पर्क साधकर सरकार पर दबाव बनाना, अन्य कर्मचारी संगठनों से सरकार पर दबाव बनाना व अन्य जो भी प्रयास सरकार को दबाने के लिए हो सकते हैं प्रदेश कमेटी प्रयासरत है आप आपका साथ जो अभी धरना प्रदर्शन करके दे रहे हो आगे भी इसी तरीके से देते रहे और आगे की कार्यवाही के सम्बंध में प्रदेश कमेटी से आपके जिलाध्यक्ष पूर्ण रूप से सम्पर्क में हैं और हर पल की जानकारी जिलाध्यक्षों को बता दी जा रही है अतः जो भी जानकारी कार्मिक का चाहिए वो अपने जिलाध्यक्ष व जिले के अग्रिम पदाधिकारियों से सम्पर्क कर कर प्राप्त की जा सकती है जिनकी सम्पर्क सूची उपर दिये गये लिंक से डाउनलोड की जा सकती है दोस्तो प्रदेश कमेटी की आप सभी से अपील है कि अगर कोई भी जानकारी आपको चाहिए तो जिला कमेटी से प्राप्त करें प्रदेश कमेटी हर एक कार्मिक को जानकारी नहीं दे सकती है अगर दोस्तो प्रदेश कमेटी दिनभर आपके मोबाइ्रलों पर जानकारी के जवाब देती रहेगी तो कहीं न कहीं अपने आंदोलन को जो कि अभी बहुत ही अच्छे तरीके से चल रहा है उसमें बाधाएं पैदा होती है अतः कार्मिकों से निवेदन है कि वो इस अपील की मार्मिकता को समझें और अपनी जिला कमेटी के सम्पर्क में रहें
आपकी अपनी
प्रदेश कमेटी
Source- nregakcrisangh.hpage. com
संविदा कार्मिकों ने किया यज्ञ
Posted On at by NREGA RAJASTHANपंचायत समिति के बाहर मंत्रोच्चार कर आहुतियां दी गई। कार्यक्रम में अनिल गार्डन, मानसिंह मीणा, संदीप स्वर्णकार, गहरीलाल धोबी, किशन चन्द्र जीनगर, राजमल जाट, मथुरा सिंह मीणा, कन्हैयालाल धाकड़, दामोदर लाल गर्ग, सुरेश जायसवाल, सीमा वैष्णव, सोनू शर्मा, डिम्पल सोनी व अंकिता अग्रवाल समेत अनेक कार्मिकों ने भाग लिया।
राशमी. यहां पंचायत समिति के बाहर क्षेत्र के महानरेगा संविदा कर्मियों का धरना गुरूवार को 9 वें दिन भी जारी रहा। धरने के दौरान संविदा कर्मियों की ओर से अपरान्ह में अपनी मांगों के समर्थन में सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया गया। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष किशन शर्मा ने बताया कि प्रदेश कमेटी के निर्देशानुसार शुक्रवार से पोस्टकार्ड अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें प्रत्येक कार्मिक की ओर से 15 पोस्टकार्ड लिखे जाकर सरकार से नियमितीकरण की मांग की जाएगी। धरने में सभी कार्मिकों ने हिस्सा लिया।
आकोला. नौ दिन से नियमितिकरण सहित विभिन्न मांगों के लिए पंचायत समिति के बाहर धरना दे रहे नरेगा कार्मिकों ने गुरूवार को सद्बद्धि यज्ञ किया। इधर, नरेगा कार्मिकों के धरने पर जाने से नरेगा श्रमिकों का भुगतान अटकने के साथ अब श्रमिक मजदूरी के लिए भी भटकने के लिए मजबूर है।
गंगरार. मनरेगा संविदा कर्मियो ने सद्बुधि यज्ञ किया। गुरूवार को पंचायत समिति स्थित शिवालय में मनरेगा कर्मियों ने यज्ञ किया। इस अवसर पर प्रधान रूपकंवर राणावत सहित कई जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बड़ीसादड़ी. नरेगा संविदा कार्मिक संघ ने पंचायत समिति के बाहर सद्बुद्धि यज्ञ किया। इस दौरान प्रधान शंकरसिंह, मांगुसिंह, महेन्द्रसिंह, आबिद हुसैन, भगवतसिंह आदि मौजूद थे।
भदेसर. नरेगा संविदाकर्मियों ने गुरूवार को सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। आयोजन में उपशाखा अध्यक्ष करणसिंह, रतन शर्मा, राजीव गहलोत, लालसिंह, अनिल राठौड़, जोगेन्द्र भाम्बी, गोपालदास, सोहनलाल रेगर, सुरेशचंद्र कीर, मोहनलाल नाई, ललित सिंह, भंवरलाल, नारायणलाल जाट, युधिष्टिर कुमावत व रामलाल ने आहुतियां दीं।
बेगंू. राजस्थान नरेगा कार्मिक संघ ब्लाक बेगूं के कर्मचारियो ने गुरूवार को सद्बçुद्ध यज्ञ किया। नौ दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे इन कर्मचारियो ने यज्ञ में आहुति दी।
कार्मिक संघ का धरना जारी
Posted On at by NREGA RAJASTHANसंविदा नरेगा कार्मिकों की रैली आज
Posted On at by NREGA RAJASTHANमनरेगा कर्मचारियों का धरना जारी
Posted On at by NREGA RAJASTHANसंविदाकर्मियों के पक्ष में ग्रामसेवक संघ के महामंत्री महेंद्र सहारण व सरपंच फोर्म के अध्यक्ष धर्माराम सहारण की अध्यक्षता में मंगलवार को एक बैठक हुई। बैठक में धरने पर बैठे संविदाकर्मियों का समर्थन कर उनकी मांगों को जायज ठहराया है। इस दौरान धनराज डागर, अनिता धुंआ, मंजू जांगिड़, संपत शर्मा, दुलीचंद, रतन, मोहरसिंह खीचड़, कृष्ण नैण, महेंद्र शर्मा, रामलाल जांगिड़, बिमला, राजेंद्र, चिमनलाल, सुनील ज्याणी, महेंद्र सहारण, जगदीश, अनिल, मनीष शर्मा, करणीसिंह सहित उपस्थित थे। रतनगढ़. राजस्थान महानरेगा कार्मिक संघ की स्थाईकरण व छठे वेतनमान की मांग के समर्थन में बुधवार को तीसरे दिन भी पंचायत समिति के कार्मिकों का अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन व धरना जारी रहा। धरने पर पूर्व सरपंच भंवरलाल पूनियां ने कहा कि सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि नरेगा कार्मिकों के आंदोलन के चलते श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाने में काफी परेशानी हो रही है। यदि संविदा कार्मिकों की मांगों को शीघ्र मानकर सरकार कोई हल नहीं निकालती है, तो यह आंदोलन गंभीर परिणाम देने वाला साबित होगा। कार्मिक संघ के दिलीपकुमार गुर्जर ने कहा कि जहां आंदोलन से पहले रतनगढ़ ब्लाक में लगभग साढ़े तीन हजार श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ था। वहीं सरकार की हठधर्मिता के कारण यह सं या निरंतर घटती जा रही है। पिछले तीन दिनों में लगभग नौ ग्राम पंचायतों के मस्टररोल जारी नहीं हो पाए तथा कार्य पूर्ण रूप से ठप्प है, जिसके लिए सरकार जि मेदार है। ग्राम रोजगार सहायक संपत्तसिंह ने कहा कि पिछले पखवाड़े के श्रमिकों के भुगतान की भी सरकार को कोई चिंता नहीं है।
सरकार को श्रमिकों व कार्मिकों के हितों से कोई सरोकार नहीं है। धरने पर जिलाध्यक्ष विनोद मंडार, ब्लाक अध्यक्ष प्रभुसिंह, ग्राम रोजगार सहायक संजयकुमार, मदनलाल, लक्ष्मीनारायण, शिशुपाल, नरपतराम, विनोदकुमार, मनफूलराम, मोतीराम, ओमप्रकाश, लेखा सहायक आनंद शर्मा, आशिषकुमार, जेटीए राजेन्द्रकुमार, नंदनसिंह, पवनकुमार सहित कई नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
नरेगा योजना में कार्यरत कार्मिकों ने निकाली रैली
Posted On at by NREGA RAJASTHANऐसे में इन्हें नियमित किया जाए। नरेगा कर्मचारियों को अप्रैल 2011 से नियमित वेतन श्रृंखला लागू होने तक छठवें वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर की राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। संविदा कार्मिकों पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर उनकी सेवाओं को समाप्त किया जा रहा है।
अनुचित तरीके से हटाए गए कर्मचारियों को बहाल करने तथा दोषी कर्मचारियों की जांच के लिए कमेटी गठित कर निर्णय किया जाए। ज्ञापन में बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर मय मशीन सेवा दे रहे कार्मिकों को नरेगा कर्मियों के समान मानते हुए नियमितीकरण की कार्रवाई की जाए। प्रशासनिक मद छह फीसदी की अनिवार्यता के कारण हटाए गए कार्मिकों को बहाल करने तथा नरेगा कर्मियों को 10 फीसदी मानदेय वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष अनिल सिंह तंवर के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इससे पूर्व रैली मारू पार्क से रवाना होकर, रानीसती, बजरंग कांटा होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची।
आज से ब्लाक स्तर पर धरना :नरेगा कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर कार्य का बहिष्कार करते हुए गुरुवार से ब्लाक स्तर पर धरना देंगे। राजस्थान महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह तंवर ने बताया कि मांगे नहीं माने जाने तक ब्लाक स्तर पर धरना दिया जाएगा।
नरेगा संविदा कार्मिक संघ की कार्यकारिणी गठित
Posted On at by NREGA RAJASTHANअनूपगढ़. महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ की बैठक उम्मेद कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई। बैठक में कार्मिक संघ की कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें उम्मेद कुमार अध्यक्ष, इन्द्राज उपाध्यक्ष, पंकज बुडिय़ा सचिव, अस्तुम खान, मोहन लाल व हरी राम मेघवाल सहायक सचिव, कुलदीप सिंह कोषाध्यक्ष व महावीर प्रसाद को प्रचार मंत्री पद पर नियुक्त किया गया। बैठक के बाद छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन की मांग को लेकर एसडीएम व विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
MGNREGA- महानरेगा श्रमिकों को अब सवैतनिक अवकाश नहीं
Posted On at by NREGA RAJASTHANसाप्ताहिक अवकाश का नहीं मिलेगा वेतन
जयपुर। महानरेगा श्रमिकों को छह दिन कार्य करने पर एक दिन का अवकाश तो दिया जाएगा लेकिन वह सवैतनिक नहीं होगा। जिले में महानरेगा श्रमिकों को गुरुवार को साप्ताहिक अवकाश दिया जाता है। कुछ जगह श्रमिकों को अवकाश सवैतनिक कर गुरुवार के दिन की मजदूरी का भुगतान भी किया जा रहा है।
पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास विभाग की ऑडिट जांच में नरेगा के अवकाश का भी वेतन देने का खुलासा हुआ है। इस पर विभाग ने आपत्ति करते हुए जिला परिषद को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि महानरेगा श्रमिकों को सवैतनिक अवकाश नहीं दिया जाएगा। छह दिन कार्य करने पर एक दिन का अवकाश अनिवार्य रूप से दिया जाएगा लेकिन उस दिन की मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाएगा। इससे नरेगा श्रमिकों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा।
मजदूरों को नुकसान व सरकार को फायदा: साप्ताहिक छुट्टी का वेतन नहीं मिलने से श्रमिकों को हर महीने 500 से 800 रुपए का नुकसान होगा। वहीं लाखों श्रमिकों को भुगतान करने वाली सरकार को इससे करोड़ों रुपए का फायदा होगा। लेकिन मजदूरों ने पंचायतीराज व ग्रामीण विकास विभाग के इस फैसला का विरोध किया है।
सत्यापन पर ही मिलेगी मस्टररोल
Posted On at by NREGA RAJASTHANबैठक में ग्राम रोजगार सहायकों ने नरेगा कार्यों के दौरान होने वाली परेशानियां बताईं। जहांगीरपुर के सहायक सचिव राजाराम जाट ने समय पर मानदेय नहीं मिलने व सपोटरा में सहायकों को 4030 रुपए प्रतिमाह की अपेक्षा करौली में 3000 रुपए के अंतर पर आपत्ति जताते हुए मानदेय वृद्धि करने की मांग की। वहीं निरीक्षण की बात पर कहा कि जब वे कार्यों का एक से दूसरी बार निरीक्षण करते हैं तो उनकी सरपंचों द्वारा शिकायत की जाती है।
महोली ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक हाकिम सिंह ने बताया कि उनके निरीक्षण के बाद सरपंच ने शिकायत की और वे एक बार हट चुके हैं। इसके अलावा कई सचिवों ने मस्टररोल नहीं मिलने व पंचायत समिति कार्यालय में खुलेआम सुविधा शुल्क लेकर मस्टररोल जारी करने का आरोप लगाया।
वहीं कार्यक्रम अधिकारी मोरवाल ने रोजगार सहायक सचिवों को मुख्यालय स्थित कार्यालय छोडऩे पर कारण नोटिस बोर्ड पर लिखने तथा संचालित कार्यों के निरीक्षण करने की हिदायत दी। वहीं मस्टररोल जारी करने की प्रक्रिया में प्रपत्र 6 भरकर दिखाने व उसे सत्यापित करने की अनिवार्यता के बाद ही मस्टररोल जारी होने की बात कही।
सचिवों को फटकार
इसी कड़ी में नरेगा योजना के तहत अपना काम अपना खेत योजना में 20 ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव नहीं मिलने पर कार्यक्रम अधिकारी ने कई सचिवों को फटकार लगाई। बैठक में जहांगीरपुर ग्राम पंचायत कार्यालय पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाने का सचिव बद्रीलाल को नोटिस देने के निर्देश दिए। इस दौरान पंचायत समिति के एईएन विनोद अग्रवाल, सुशील कुमार सहित कई जने उपस्थित थे। हालांकि करौली की 45 ग्राम पंचायतों के कई सचिव व सहायकों ने भाग नहीं लिया जिससे बैठक औपचारिकता पूर्वक संपन्न हुई।
श्रमिकों को नहीं 'सवैतनिक छुट्टी'
Posted On at by NREGA RAJASTHANभीलवाड़ा। कारखाने हो या निजी प्रतिष्ठान, हर जगह भले ही श्रमिक को छह दिन काम करने के बाद एक दिन का सवैतनिक अवकाश मिलता हो, लेकिन करोड़ों लोगों को रोजगार से जोड़ने वाली महात्मा गांधी नरेगा में ऎसा नहीं हो सकेगा। केन्द्र सरकार ने कानूनी प्रावधानों का हवाला देते हुए नरेगा श्रमिकों को छह दिन काम करने के बाद सवैतनिक अवकाश देने में फिलहाल असमर्थता जता दी है। इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार की ओर से सभी राज्य सरकारों को स्पष्टीकरण भी भेजा गया है। इसके बाद सोमवार को राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने सभी जिला कलक्टरों को पत्र भेजकर इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी।
विभाग के अतिरिक्त आयुक्त (प्रथम) एनके गुप्ता ने जिला कलक्टरों को नरेगा में छह कार्यदिवस के बाद सवैतनिक अवकाश के बारे में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से 16 दिसम्बर को जारी पत्र के अनुसार कार्रवाई करने के लिए कहा है। मंत्रालय के अवर सचिव पीएन शुक्ला ने पत्र में बताया कि कुछ राज्य सरकारों ने छह कार्यदिवस के बाद सवैतनिक अवकाश देने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा था।
मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में प्रावधानों का परीक्षण करने के बाद पाया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका सुरक्षा के उद्देश्य से चल रही नरेगा योजना में एक वित्तीय वर्ष में स्वैच्छिक आधार पर एक परिवार को अधिकतम 100 दिन रोजगार उपलब्ध कराना है। इस आधार पर नरेगा अधिनियम में श्रमिकों के लिए सवैतनिक अवकाश का प्रावधान नहीं है। मंत्रालय ने प्रावधानों के अनुरूप कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
मनरेगा संविदा कार्मिकों ने निकाली रैली
Posted On at by NREGA RAJASTHANमनरेगा संविदा कार्मिक संघ जिलाध्यक्ष विनोदकुमार पारीक के नेतृत्व में शहर में महाराणा प्रताप सेतु मार्ग स्थित कुमावतों के नोहरे से रैली रवाना हुई। रास्ते में ये कार्मिक राज्य सरकार से नियमित करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। रैली कलेक्ट्री चौराहा पहुंची। यहां संघ पदाधिकारियों ने रैली को संबोधित करते हुए वर्ष 2006-07 से कार्यरत मनरेगा संविदा कार्मिकों को नियमित करने की मांग की।
10 से कलमबंद आंदोलन
Posted On at by NREGA RAJASTHANसरकार ने ध्यान नहीं दिया तो 10 से कलमबंद आंदोलन
भास्कर न्यूजत्नझुंझुनूंसभा में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में कार्यरत नरेगा संविदाकर्मचारी वर्ष 2006-07 से सेवाएं दे रहे हैं। इन कर्मचारियों का चयन सक्षम प्राधिकारियों द्वारा पूर्णतया आरक्षण नियमों, आयु, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मैरिट से किया गया था। इन्हें समय-समय पर आरएससीआईटी, आरकेसीएल से कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्होंने लंबे अनुभव, योग्यता एवं प्रशिक्षण के आधार पर इन कार्मिकों का नियमितिकरण किए जाने की मांग की। इसके अलावा एक अप्रेल 2011 से नियमित वेतन शृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान किया जाए। अधिकारियों की दखल व द्वेषतापूर्ण कार्यवाही के चलते सेवाएं नहीं समाप्त नहीं करने, तकनीकी खामियों को संविदाकर्मियों के सिर नहीं मढऩे आदि मांगें करते हुए राज्य या जिला स्तर पर कमेटी गठित शिकायतों की जांच कराने के बाद ही दोषी मानने की बात कही। बिना जांच के अब तक हटाए गए संविदाकर्मचारी की सेवाएं फिर से बहाल करने की मांग भी वक्ताओं ने की। गांधी चौक से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे नरेगा संविदाकर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो संपूर्ण राजस्थान के संविदाकर्मचारी 10 जनवरी से प्रदेश स्तर पर महानरेगा कार्यों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन करेंगे। इस अवधि में वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।
नए साल से नरेगा कार्यो का बहिष्कार
Posted On at by NREGA RAJASTHANसंघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक वैष्णव के नेतृत्व में भीलवाड़ा में भी संविदा कार्मिकों ने उपखण्ड अधिकारी राजकुमार सिंह को ज्ञापन दिया। मुख्य मांगों में स्थाईकरण एवं छटा वेतनमान लागू करने की मांग शामिल है। वैष्णव के अनुसार नरेगा कार्मिकों की मांगें 1 जनवरी तक पूरी नहीं होने पर 2 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर संविदा कार्मिकों की रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। इसी दिन से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा।
वैष्णव के अनुसार 28 फरवरी, 11 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हुए संघ के समझौते को भी अब तक लागू नहीं किया गया है। सरकार संविदा कार्मिकों के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई में लगी हुई है। उन्होंने बताया कि आंदोलन को सफल बनाने के लिए सरपंच संघ एवं ग्रामसेवक संघ से भी समर्थन मांगा गया है।
नरेगा संविदा कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन
Posted On at by NREGA RAJASTHANवैर | राजस्थान महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष हेतराम शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम दिनेश जांगिड़ को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में नरेगा योजनांतर्गत संविदा कार्मिकों को नियमित करने की मांग की गई है। नियमित वेतन शृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान करने, हटाए गए कार्मिकों को पुन: सेवा में लेने आदि की मांग की गई है। ज्ञापन पर अशोक, दीनदयाल, हेमू, प्रदीप आदि के हस्ताक्षर थे।
महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ के सम्मेलन
Posted On at by NREGA RAJASTHANराजनीति का शिकार मत बनाओ साब!
सम्मेलन में संविदाकर्मियों ने मनरेगा कार्यों में आ रही परेशानियों का जिक्र किया। उन्होंंने कहा कि ग्रामीण राजनीति का असर कर्मचारियों पर दिखता है। इससे कर्मचारियों को कई बार प्रताडि़त किया जाता है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की आपसी विवाद का शिकार कर्मचारियों को क्यों बनाया जा रहा है? इस प्रथा का अंत होना चाहिए।
'हरियाणा की तरह मिले सुविधाएंÓ : संविदाकर्मियों ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश में मनरेगा कार्मिकों को बेहतर वेतन, मानदेय तथा सुविधाएं उपलब्ध हैं जबकि वहां बेहतर तरीके से कार्य भी नहीं होते। इसके विपरीत राजस्थान को श्रेष्ठ घोषित किया जाता है लेकिन यहां कर्मचारियों को सुविधाओं के नाम पर मामूली मानदेय दिए जा रहे हैं। महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ जिलाध्यक्ष सुनील भारद्वाज ने कहा कि सरकार को इस मसले पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।
'एनजीओ के आधार पर न हो अनुबंधÓ
कार्मिक संघ के प्रतिनिधियों ने एनजीओ के आधार पर अनुबंध के माध्यम से कर्मचारियों को लगाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि आगे यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने निर्माण कार्यों में टेंडर प्रक्रिया समाप्त कर बाजार दर से सामग्री खरीदने, मनरेगा में नाप के काम की पाबंदी लगाने तथा नाप कार्य में जुटे कर्मचारियों पर समय की पाबंदी हटाने, प्रत्येक पंचायत को एक सचिव तथा सहायक कर्मचारी उपलब्ध करवाने की भी मांग की। सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष हनुमान प्रसाद नेठराना ने पंचायतीराज राज्य मंत्री को ज्ञापन देकर सरपंच को 50 हजार तक खर्च करने का अधिकार दिलाने की वकालत की।
सम्मेलन में इन्होंने रखे विचार
पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र मक्कासर, हनुमानगढ़ पंचायत समिति प्रधान शिमला कस्वां, रावतसर पंचायत समिति प्रधान रेशमा खालिया, पीलीबंगा पंचायत समिति प्रधान काका सिंह, एक्सईएन ज्ञानप्रकाश वर्मा, प्रदेशाध्यक्ष अशोक वैष्णव, प्रदेश संयोजक पीके धारीवाल, जिलाध्यक्ष सुनील भारद्वाज, महासचिव कालूराम शर्मा, कोषाध्यक्ष ईश्वर बाघला, संरक्षक रणजीत कुमार, उपाध्यक्ष शीशपाल देहडू, श्योपत कड़वासरा, प्रचार मंत्री सुनील शर्मा, पद्मेश सिहाग, रेणु जुनेजा, सुरेंद्र घोटिया, रिछपाल मंडा, दिनेश शर्मा, जीतराम सुथार, देवेंद्र स्वामी, भूप सिंह बेनीवाल तथा रणसिंह कस्वां, सरपंच एसोसिएशन जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह सिद्धू, हनुमानगढ़ पंचायत समिति सरपंच एसोसिएशन अध्यक्ष ऊषा गोदारा, ग्राम सेवक संघ जिलाध्यक्ष रमेश खटोतिया।