नए बीपीएल आवासों के सर्वे की तैयारी
Posted On at by NREGA RAJASTHANउदयपुर। मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास के तहत चालू वर्ष के 42 हजार 39 आवासों का काम हाथ में लेने के बाद प्रशासन ने अगले वित्तीय वर्ष में दिए जाने वाले आवासों के सर्वे के लिए तैयारी शुरू कर दी है। गुरूवार को गिर्वा और बड़गांव पंचायत समितियों के ग्रामसचिवों, पटवारियों, महानरेगा के कार्मिकों सहित अन्य स्टॉफ की बैठक में जिला कलक्टर हेमन्त गेरा ने कहा कि बीपीएल सूची-2002 में दर्ज लोगों के परिवारों का सर्वे कर इसकी नई सूची तैयार की जाए।
नई सूची में पिछले 9 वर्षो में 60 वर्ष की आयु वाले लोगों को पेंशन लाभ दिलाने, उनके आवासों की स्थिति देखते हुए मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना में शामिल करने के तथ्यों को शामिल किया जाए। यह सर्वे रिपोर्ट पहले से तैयार होने पर अगले वर्ष के लिए बनाई जाने वाली आवासों की कार्ययोजना में काफी मदद मिलेगी और कम समय में स्वीकृतियां जारी करने का रास्ता खुलेगा। कार्मिकों को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने भी मार्गदर्शन दिया।
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
पेंशन संबंधी पात्र व्यक्तियों का सर्वे, अपना खेत अपना काम योजना, महानरेगा कार्यो पर समूहवार माप, राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का निर्माण, दीवार लेखन, फोटो स्केनिंग, महानरेगा में सामग्री की निविदाएं, उपयोगिता प्रमाण पत्र, एमआईएस फीडिंग, महानरेगा के अलट्र्स, मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना, विलेज प्लान आदि बिंदुओं पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए ।
हर पंचायत समिति में लेंगे बैठक
जिला कलक्टर हर पंचायत समिति में उपरोक्त मामलों की बैठक लेंगे। वे 20 अगस्त को सुबह 10 बजे झाड़ोल, दोपहर दो बजे कोटड़ा और शाम चार बजे गोगुंदा पंचायत समिति सभाकक्षों में, 21 अगस्त को सुबह 10 बजे खेरवाड़ा, दोपहर 1 बजे सराड़ा और शाम चार बजे सलूम्बर तथा 23 अगस्त को सुबह 10 बजे मावली और बाद में भीण्डर तथा लसाडिया पंचायत समिति की भीण्डर पंचायत समिति में संयुक्त बैठक लेंगे, जिसमें दोनों पंचायत समितियों के सचिव तथा पटवारी शामिल होंगे।
नागर की पत्नी के खेतों के बाहर महानरेगा में काम
Posted On at by NREGA RAJASTHANरिपोर्ट में गंभीर सवाल
लोकायुक्त कार्यालय के पास पहुंची इस शिकायत के साथ जिला प्रशासन की वह रिपोर्ट भी आई है, जिसमें नागर की पत्नी सुनीता नागर को फायदा पहुंचाने के लिए महानरेगा कार्य करवाने की बात कही गई है। जयपुर जिले के कल्याणपुरा निवासी रामेश्वर लाल चौधरी ने लोकायुक्त कार्यालय को तत्कालीन एडीएम एम.पी. स्वामी की जांच रिपोर्ट सौंपी। इस में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से कराए गए महानरेगा के कार्य पर गम्भीर सवाल उठाए गए।
एक लाख पानी में डूबे
रिपोर्ट के अनुसार जयपुर की उगरियावास पंचायत क्षेत्र में फुलेरा बालाजी डामर सड़क के सहारे सुनीता नागर को फायदा पहुंचाने के लिए उनकी जमीन के सामने दिसम्बर 09 व जून 10 में पटरी सुदृढ़ीकरण कराया, जिसकी बिलकुल जरूरत ही नहीं था। मजेदार बात तो यह है कि सड़क सुदृढ़ीकरण का कार्य मई 09 में पीडब्ल्यूडी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पहले ही करा चुका था और वह अभी सही सलामत है। जिला प्रशासन ने जब यह कार्य रूकवाया तब तक इस पर एक लाख रूपए खर्च हो चुके थे। जिला परिषद ने यह राशि वसूलते हुए पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियंता सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
यह भी की गई अनदेखी
महानरेगा के तहत कार्य की वित्तीय स्वीकृति के समय सामग्री पर 40 प्रतिशत से अधिक खर्च नहीं होने की शर्त थी, जांच रिपोर्ट के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इसकी भी परवाह नहीं की।
यह भी कहा रिपोर्ट में
इस कार्य से जन साधारण को कोई फायदा नहीं था, तकमीने में पक्की पटरी बनाने के लिए बताए कारण भी सही नहीं थे। यह सड़क टूट भी जाती तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में निर्माणकर्ता ठेकेदार सड़क की देखरेख के लिए जिम्मेदार था।
सुनीता नागर के फार्म हाउसों के अलावा स्वयं खाद्य मंत्री बाबूलाल नागर के फार्म हाउस के पास भी ऎसा ही कार्य हो रहा था। नागर के खिलाफ की गई शिकायत पर लोकायुक्त कार्यालय ने पिछले दिनों पूछताछ की, हाल ही कुछ और दस्तावेज भी लोकायुक्त कार्यालय में दिए हैं।
रामेश्वर लाल चौधरी, शिकायतकर्ता
कार्य नहीं हुआ
सड़क पीडब्ल्यूडी की है। वहां महानरेगा के तहत कोई कार्य हो रहा है या नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है और ना ही मुझे इससे कोई लेना-देना है। मेरी पत्नी के नाम कोई फार्म हाउस नहीं है। मैं तो वहां से रोज गुजरता हूं वहां सुदृढ़ीकरण का कोई काम नहीं हुआ। कोई सड़क है तो वह हमारी थोड़े ही हो गई। शिकायत अनावश्यक छवि खराब करने के लिए की गई है।
बाबूलाल नागर, खाद्य राज्य मंत्री
कोई ऎसी शिकायत आई तो थी, जो सचिव को सौंप दी थी। मुझे जानकारी नहीं है।
जी.एल. गुप्ता, लोकायुक्त
नागर के खिलाफ पुरानी शिकायतों की रिपोर्ट हमें एसीबी से भी मिल गई है।
राकेश बंसल, सचिव लोकायुक्त
श्ौलेन्द्र अग्रवाल