सरकार की चेतावनी पर दो शब्द
सरकार ने दिनाक 18.2.2011 को एक और पत्र जारी कर हमारे मनोबल को तोङने की नाकामयाब कौशिश की है मैं यह भी जानता हुँ की बहुत से जिलो के जिला कलक्टरो व विकास अधिकारीयो ने आंदोलित नरेगा कार्मिको को वापस काम पर नहीं आने पर नौकरी से निकालने की धम्मकी दी है मैं अपने साथीयों से बस इतना करना चाहूँगा की हमें इस प्रकार की किसी भी धम्मकी के लिए घबराने, विचलित होने या डरने की जरुरत नहीं है हमें हिम्मत से काम लेना है और संघर्ष को चालू रखना है मैं अपने प्यारे नरेगा कार्मिक साथीयों से वादा करता हुँ की जब तक मेरी नशो में खून का एक भी कतरा बहता रहेगा तब तक मैं पवन कुमार शर्मा आपके लिए संघर्ष करता रहुँगा. साथीयों यदि सरकार ने, अपने हितों के लिए संघर्ष कर रहे किसी भी नरेगा कार्मिक को निकालने की भूल की तो पुरे राजस्थान के नरेगा कार्मिक प्रधानमत्री महोदय को अपना त्याग पत्र दे देंगे तथा पुरे राज्य में चका चाम कर देंगे मजबूरन हमें राजस्थान बंद का आहान करना पडेगा यदि जरुरत पडी तो अपने अधिकारों के लिए हम दिल्ली बंद भी करवाएंगे.
दोस्तों हमें जरुरत है तो बस आपके हौसले, प्यार, हिम्मत और साथ की, हमारे अंदर कदम से कदम मिलाकर साथ चलने के लिए मजबूत ईरादा होना चाहिए
अंत में दो शब्द
अब जो चले तो न रुकेंगे हम.
मंजिल से पहले अब न थकेंगे हम.
जीतने का अब है जूनून सवार.
अब चाहे जो भी हो हम नही मानेंगे हार.
खुद पे हौसला है अब रखना.
और किसी से न हमको है डरना.
अपने सपनों को पूरा है करना.
जीत का मजा हमको है चखना.
आपका अपना
पवन कुमार शर्मा
समर्थन पत्र व महारैली की सूचना
जयपुर में महारैल्ली 23-2-2011 को 22 माल गौदाम सर्कल से प्रात: 10-00 बजे चालु होगी तथा विधायक महोदय से लेना है समर्थन पत्र
प्यारे साथीयों जैसा की आपको विदित है की हमारी वाजिब मांगो को लेकर राजस्थान के विभिन्न जिलो में 10 दिनों से भी अधिक समय से धरना, प्रदर्शन व आन्दोलन चल रहा है आज 21.2.2011 से संपूर्ण राजस्थान में नरेगा कार्मिको ने कार्यों का बहिषकार कर आंदोलन की राह ली. बहुत से जिलो से सूचना मिली है की इस आंदोलन में जिले के प्रधान महोदय, विधायक महोदय, ग्राम सेवक संघ जिलाध्यक्ष महोदय व सरपंच संघ जिलाध्यक्ष महोदय ने नरेगा कार्मिको की जायज मांगो के लिए अपना समर्थन दिया है तथा वादा किया है, की सरकार द्वारा निकाले गये किसी भी प्रकार के कर्मचारी विरोधी आदेश पर, उनका पूरा साथ व समर्थन नरेगा कार्मिको को मिलेगा. हमारे द्वारा एक ज्ञापन तैयार किया गया है जिसे आपको जिले के सांसद महोदय, प्रधान महोदय व विधायक महोदय को देकर उनसे लिखित या मौखिक में समर्थन प्राप्त करना है, जिससे हमारी स्थिति और भी मजबूत हो जायेगी. तथा जिले के ग्राम सेवक जिलाध्यक्ष महोदय व सरपंच जिलाध्यक्ष महोदय से भी लिखित या मौखिक में समर्थन प्राप्त करे. दिनाक 23-2-2011 को 22 माल गोदाम सर्कल, जयपुर में प्रात: 10-00 बजे से समस्त नरेगा कार्मिको की महारैली रखी गई है, महारैली के लिए permission मिल गई है, महारैली शांतीपूर्वक होगी इस बात का विशेष ध्यान देवे तथा सभी को सूचित करे की ज्यादा से ज्यादा संख्या में महारैली में भाग लेवे. मेरी यह भी राय है की वर्तमान में सभी विधायक महोदय जयपुर में होंगे यदि आप जिले वार कार्मिक अपने- अपने विधायक महोदय से जयपुर में उनके निवास स्थान पर जाकर ज्ञापन देकर उनसे समर्थन प्राप्त करे तो ज्यादा उचित होगा क्योकि विधान सभा चल रही है और इस समर्थन का हमको काफी अच्छा परिणाम मिलेगा. परन्तु इस बात का विशेष ध्यान रखे की महारैली की समय सीमा निर्धारित है और समर्थन के लिए महारैली की समय सीमा में किसी भी प्रकार से व्यवधान उत्पन्न नहीं हो. ज्ञापन में आवश्यक सशोधन होने से आपको भेजने में छोड़ा विलम्ब हो रहा है
आपका अपना
पवन कुमार शर्मा
धरना प्रदर्शन जारी, आज निकालेंगे रैली
Source: Matrix News | Last Updated 01:44(22/02/11
भास्कर न्यूज& जालोर
ग्राम रोजगार सहायक संघ की ओर से आठ सूत्री मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना प्रदर्शन चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। संघ ने सरकार से निरस्त पदों को सृजित करने, मानदेय बढ़ाने व नियमित करने की मांग रखी है। इस दौरान संघ ने मंगलवार को जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपाने का निर्णय लिया। इस मौके संघ के सदस्य समेत कई जने मौजूद थे।
सांचौर. महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत संविदा पर कार्यरत रोजगार सहायकों का धरना चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान रोजगार सहायकों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर दो फरवरी को राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशों की उपखंड कार्यालय के समक्ष होली जलाई।
ग्राम रोजगार सहायक संघ एवं संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने उपखंड अधिकारी को दिए ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को स्थायी करने, निरस्त किए रोजगार सहायकों के पद बहाल करने, छठे वेतन का लाभ देने व संवैतनिक अवकाश देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। वहीं राज्य सरकार द्वारा जारी 2 फरवरी के आदेशों की उपखण्ड कार्यालय के आगे होली जलाकर विरोध प्रकट किया। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकश जाणी, सांवलाराम, श्रवण व गणपत सहित बड़ी संख्या में नेरगा संविदा कार्मिक उपस्थित थे।
रोजगार सहायकों का समर्थन
सांचौर. ग्राम सेवक संघ सांचौर व चितलवाना ने नरेगा संविदा कार्मिकों की पेन डाउन हड़तान का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से उन्हें स्थाई करने की मांग की है। संघ के उपशाखा अध्यक्ष बाबुलाल सुथार ने बताया कि पिछले चार दिन से संविदा कार्मिकों के हड़ताल पर रहने से महानरेगा का कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे महानरेगा श्रमिकों के नियोजन व भुगतान पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होंने संविदा कार्मिकों का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से संविदा कार्मिकों को स्थाई करने की मांग की। इसी प्रकार राजस्थान शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता सोनाराम विश्नोई ने महानरेगा संविदा कार्मिकों का धरना स्थल पर समर्थन देनेे की घोषणा करते हुए राज्य सरकार से सकारात्मक कदम उठाने व उन्हें नियमित करने की मांग की है।
रानीवाड़ा. पंचायत समिति परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन पर बैठे ग्राम रोजगार सहायकों ने सोमवार को विधायक रतन देवासी को ज्ञापन दिया। संयुक्त महानरेगा कार्मिक संघ के तत्वावधान में चल रहे इस धरणा प्रदर्शन में छठे दिन भी समस्त रोजगार सहायकों ने नरेगा कार्यांे का बहिष्कार कर धरना जारी रखा। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष जवानसिंह ने बताया कि विधायक को ज्ञापन के जरिए कार्मिकों को नियमानुसार स्थाई करने, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ देने, स्थाई पद सृजन करने, नया अनुबंध प्रारूप वापस लेने, पांच दिवसीय सप्ताह करने व संवैतनिक अवकाश स्वीकृत करने समेत कई समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करने का निवेदन किया गया है। धरने को राजस्थान ग्रामसेवक संघ एवं सरपंच संघ का भी समर्थन मिल रहा है।
भीनमाल. इसी तरह महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन के दर्जनों कर्मचारियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, छठे वेतन आयोग का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने, संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सजृन कर कार्यरत कर्मचारियों को स्थायी करने, छह दिवसीय सप्ताह के बजाय पांच दिवसीय सप्ताह का लाभ देने, संवैतनिक अवकाश की सुविधा देने, ९ जनवरी २००७ की सुविधा सेवा शर्तों के अनुसार पीएफ की कटौती करने और मेडिकल व दुर्घटना बीमा का लाभ दिलवाने की मांग की है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नरेगा कर्मचारी मौजूद थे।
जसवंतपुरा. नरेगा कार्मिकों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पंचायत समिति मुख्यालय पर चौथे दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान ग्राम पंचायत में नरेगा सहित अन्य कार्य बाधित हुए। सोमवार को ग्राम रोजगार सहायकों के समर्थन में पंचायत समिति के समस्त तकनीकी सहायक, लेखा सहायक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर भी सामूहिक अवकाश पर रहे। जिला नरेगा कार्मिक संघ के अध्यक्ष सतनामसिंह ने बताया कि नरेगा कार्मिकों के अवकाश पर रहने से ब्लॉक के समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केंद्र के कार्य बाधित हो रहे हैं। ग्राम रोजगार सहायकों के अवकाश पर रहने से राजीव गांधी सेवा केंद्र पर नरेगा मजूदर की उपस्थिति भी समय पर नहीं हो रही है। साथ ही कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के अवकाश पर रहने से सोमवार को पूरे दिन मस्टरोल जारी नहीं हुए। इधर, नरेगा मजदूरों का भुगतान हुए १५ दिन से भी ज्यादा समय हो गया है। धरने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष रणजीत सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान जिला अध्यक्ष की अध्यक्षता में नरेगा कार्मिक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर कैलाशदान, गोापालसिंह, भरत प्रजापत, श्यामलसिंह, वसनाराम व अमीर मोहम्मद समेत कई नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
नरेगा आयुक्त का पुतला फूंका
भास्कर न्यूज. सायला
ग्राम रोजगार सहायकों की आठ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना चौथे दिन सोमवार को पंचायत समिति परिसर में जारी रहा। वहीं ग्राम सहायकों ने अपनी मांगों को लेकर उपखंड मुख्यालय के आगे नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार का पुतला फूंक सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम धीरजमल ढिंडोर को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व पंचायत समिति परिसर में ग्राम रोजगार सहायकों के अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन कार्मिकों को संबाोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष महबूब खान ने कहा कि धरने के चौथे दिन तक भी सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा है और लोकतंत्र में अपनी आठ सूत्री जायज मांगों के साथ शांतिपूर्वक धरने पर बैठक ग्राम रोजगार सहायकों के आंदोलन को दबाने की रणनीति बनाते हुए नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने सहायकों को 7 दिन में काम पर नहीं लौटने पर हटाने की कार्यवाही को लेकर चेतावनी भरा पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी पर कार्य करने और महंगाई व छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन बढ़ाने की मांग करने पर हटाने का फरमान जारी कर लोकतंत्र विरोधी है। इधर, ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जसवंतसिंह बालावत ने बताया कि ग्राम रोजगार सहायकों का धरना वाजिब है। सरकार को इनकी मांगों पर विचार कर मानदेय बढ़ाना चाहिए। साथ उनको काम पर लगाया चाहिए।
आहोर. पंचायत समिति के अधीन ४१ ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायकों ने पंचायत के बाहर धरना दिया। मुख्यमंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी आशाराम डूडी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, ९ जनवरी की संविदा सेवा शर्ते लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने तथा समस्त कार्मिकों को स्थायी करने, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा करने सहित विभिन्न मांगें रखी गई। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष छगनलाल, पूरण राठौड, गणेशाराम, मांगाराम, दिनेश, अंजना चौधरी, गिरधारी, पप्पाराम, चंपालाल, अंकिता शर्मा, गिरधारी, सरोज सहित रोजगार सहायक एवं अन्य मनरेगा कार्मिक मौजूद थे।
ग्राम रोजगार सहायक संघ की ओर से आठ सूत्री मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना प्रदर्शन चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। संघ ने सरकार से निरस्त पदों को सृजित करने, मानदेय बढ़ाने व नियमित करने की मांग रखी है। इस दौरान संघ ने मंगलवार को जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपाने का निर्णय लिया। इस मौके संघ के सदस्य समेत कई जने मौजूद थे।
सांचौर. महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत संविदा पर कार्यरत रोजगार सहायकों का धरना चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान रोजगार सहायकों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर दो फरवरी को राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशों की उपखंड कार्यालय के समक्ष होली जलाई।
ग्राम रोजगार सहायक संघ एवं संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने उपखंड अधिकारी को दिए ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को स्थायी करने, निरस्त किए रोजगार सहायकों के पद बहाल करने, छठे वेतन का लाभ देने व संवैतनिक अवकाश देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। वहीं राज्य सरकार द्वारा जारी 2 फरवरी के आदेशों की उपखण्ड कार्यालय के आगे होली जलाकर विरोध प्रकट किया। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकश जाणी, सांवलाराम, श्रवण व गणपत सहित बड़ी संख्या में नेरगा संविदा कार्मिक उपस्थित थे।
रोजगार सहायकों का समर्थन
सांचौर. ग्राम सेवक संघ सांचौर व चितलवाना ने नरेगा संविदा कार्मिकों की पेन डाउन हड़तान का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से उन्हें स्थाई करने की मांग की है। संघ के उपशाखा अध्यक्ष बाबुलाल सुथार ने बताया कि पिछले चार दिन से संविदा कार्मिकों के हड़ताल पर रहने से महानरेगा का कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे महानरेगा श्रमिकों के नियोजन व भुगतान पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होंने संविदा कार्मिकों का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से संविदा कार्मिकों को स्थाई करने की मांग की। इसी प्रकार राजस्थान शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता सोनाराम विश्नोई ने महानरेगा संविदा कार्मिकों का धरना स्थल पर समर्थन देनेे की घोषणा करते हुए राज्य सरकार से सकारात्मक कदम उठाने व उन्हें नियमित करने की मांग की है।
रानीवाड़ा. पंचायत समिति परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन पर बैठे ग्राम रोजगार सहायकों ने सोमवार को विधायक रतन देवासी को ज्ञापन दिया। संयुक्त महानरेगा कार्मिक संघ के तत्वावधान में चल रहे इस धरणा प्रदर्शन में छठे दिन भी समस्त रोजगार सहायकों ने नरेगा कार्यांे का बहिष्कार कर धरना जारी रखा। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष जवानसिंह ने बताया कि विधायक को ज्ञापन के जरिए कार्मिकों को नियमानुसार स्थाई करने, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ देने, स्थाई पद सृजन करने, नया अनुबंध प्रारूप वापस लेने, पांच दिवसीय सप्ताह करने व संवैतनिक अवकाश स्वीकृत करने समेत कई समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करने का निवेदन किया गया है। धरने को राजस्थान ग्रामसेवक संघ एवं सरपंच संघ का भी समर्थन मिल रहा है।
भीनमाल. इसी तरह महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन के दर्जनों कर्मचारियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, छठे वेतन आयोग का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने, संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सजृन कर कार्यरत कर्मचारियों को स्थायी करने, छह दिवसीय सप्ताह के बजाय पांच दिवसीय सप्ताह का लाभ देने, संवैतनिक अवकाश की सुविधा देने, ९ जनवरी २००७ की सुविधा सेवा शर्तों के अनुसार पीएफ की कटौती करने और मेडिकल व दुर्घटना बीमा का लाभ दिलवाने की मांग की है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नरेगा कर्मचारी मौजूद थे।
जसवंतपुरा. नरेगा कार्मिकों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पंचायत समिति मुख्यालय पर चौथे दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान ग्राम पंचायत में नरेगा सहित अन्य कार्य बाधित हुए। सोमवार को ग्राम रोजगार सहायकों के समर्थन में पंचायत समिति के समस्त तकनीकी सहायक, लेखा सहायक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर भी सामूहिक अवकाश पर रहे। जिला नरेगा कार्मिक संघ के अध्यक्ष सतनामसिंह ने बताया कि नरेगा कार्मिकों के अवकाश पर रहने से ब्लॉक के समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केंद्र के कार्य बाधित हो रहे हैं। ग्राम रोजगार सहायकों के अवकाश पर रहने से राजीव गांधी सेवा केंद्र पर नरेगा मजूदर की उपस्थिति भी समय पर नहीं हो रही है। साथ ही कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के अवकाश पर रहने से सोमवार को पूरे दिन मस्टरोल जारी नहीं हुए। इधर, नरेगा मजदूरों का भुगतान हुए १५ दिन से भी ज्यादा समय हो गया है। धरने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष रणजीत सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान जिला अध्यक्ष की अध्यक्षता में नरेगा कार्मिक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर कैलाशदान, गोापालसिंह, भरत प्रजापत, श्यामलसिंह, वसनाराम व अमीर मोहम्मद समेत कई नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
नरेगा आयुक्त का पुतला फूंका
भास्कर न्यूज. सायला
ग्राम रोजगार सहायकों की आठ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना चौथे दिन सोमवार को पंचायत समिति परिसर में जारी रहा। वहीं ग्राम सहायकों ने अपनी मांगों को लेकर उपखंड मुख्यालय के आगे नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार का पुतला फूंक सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम धीरजमल ढिंडोर को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व पंचायत समिति परिसर में ग्राम रोजगार सहायकों के अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन कार्मिकों को संबाोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष महबूब खान ने कहा कि धरने के चौथे दिन तक भी सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा है और लोकतंत्र में अपनी आठ सूत्री जायज मांगों के साथ शांतिपूर्वक धरने पर बैठक ग्राम रोजगार सहायकों के आंदोलन को दबाने की रणनीति बनाते हुए नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने सहायकों को 7 दिन में काम पर नहीं लौटने पर हटाने की कार्यवाही को लेकर चेतावनी भरा पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी पर कार्य करने और महंगाई व छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन बढ़ाने की मांग करने पर हटाने का फरमान जारी कर लोकतंत्र विरोधी है। इधर, ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जसवंतसिंह बालावत ने बताया कि ग्राम रोजगार सहायकों का धरना वाजिब है। सरकार को इनकी मांगों पर विचार कर मानदेय बढ़ाना चाहिए। साथ उनको काम पर लगाया चाहिए।
आहोर. पंचायत समिति के अधीन ४१ ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायकों ने पंचायत के बाहर धरना दिया। मुख्यमंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी आशाराम डूडी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, ९ जनवरी की संविदा सेवा शर्ते लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने तथा समस्त कार्मिकों को स्थायी करने, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा करने सहित विभिन्न मांगें रखी गई। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष छगनलाल, पूरण राठौड, गणेशाराम, मांगाराम, दिनेश, अंजना चौधरी, गिरधारी, पप्पाराम, चंपालाल, अंकिता शर्मा, गिरधारी, सरोज सहित रोजगार सहायक एवं अन्य मनरेगा कार्मिक मौजूद थे।
नरेगा कार्मिक हुए एकजुट
Source: डूंगरपुर& | Last Updated 01:31(22/02/11)
काली पट्टी बांधकर जताया विरोध: संविदा नरेगा कार्मिको के आंदोलन के तहत सोमवार को सभी कार्मिको ने अपने हाथ की बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और मांगे पूरी करने की मांग रखी है।
यह हैं प्रमुख मांगे
ठ्ठ महात्मा गांधी नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थाई करने।ी।
ठ्ठ 9 जनवरी, 07 की संविदा शर्ताे को लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने।
ठ्ठ छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन का लाभ देने।
ठ्ठ नरेगा के तहत किसी भी कार्य में गैर सरकारी संगठनों को एजेंसी नहीं बनाया जाए।
ठ्ठ नरेगा कार्मिकों की मांगों को लेकर किए गए बहिष्कार को अनवरत सेवाओं में गिनकर मानदेय दिलाने सहित १४ सूत्री मांगे रखी।
तलवाड़ा& पंचायत समिति बंासवाड़ा मुख्यावास तलवाड़ा के मनरेगा के स्थानीय कार्मिकों ने कार्यक्रम अधिकारी विवेक कच्छारा को ज्ञापन देकर अपनी सात सूत्री मांगों को पूरा करने का अनुरोध किया। मांग पत्र में सविंदा पर कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायको का मानदेय दस हजार से बढ़ाकर 13 करने, छठेे वेतन आयोग का वेतनमान दिलाने, वर्तमान में नरेगा योजना में अकुशल श्रमिक की निर्धारित मजदूरी 119 व कुशल के लिए 300 करने सहित विभिन्न मांगों के बारे में बताया। इस अवसर पर मनजीतसिंह, लोकेश पुराहित, मोहम्मद रफीक, इश्तियाक अंसारी, धरमवीर, चंद्रप्रभा सोनी, अजय, भारत त्रिवेदी, भावेश, आदि मौजूद थे। सज्जनगढ़. महात्मा गांधी नरेगा योजनातंर्गत संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने सात सूत्री मांगों को लेकर विकास अधिकारी नरेंद्रसिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर गौतमलाल, बदामीलाल, सुरेश पंचाल, प्रताप लबाना, निलेश पंड्या, प्रकाश कुमार सहित कई नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
२१ को महारैली
छींच. नरेगा कार्मिक महासंघ की जिला स्तरीय महारैली 21 फरवरी को उपाध्याय पार्क से आरंभ होगी। कार्मिक संघ के जिला महासचिव दिनेश बारोट ने बताया कि जिले भर के कार्मिकों से सघन संपर्क किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक संख्या में कार्मिक उपस्थित हो सके। सभी उपस्थित कार्मिक उपाध्याय पार्क से रैली के रूप में रवाना होकर जिला कलेक्टर को सात सूत्री ज्ञापन सौंपेंगे उसके बाद रैली सभा में परिवर्तित हो जाएगी।
२१ को महारैली
छींच. नरेगा कार्मिक महासंघ की जिला स्तरीय महारैली 21 फरवरी को उपाध्याय पार्क से आरंभ होगी। कार्मिक संघ के जिला महासचिव दिनेश बारोट ने बताया कि जिले भर के कार्मिकों से सघन संपर्क किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक संख्या में कार्मिक उपस्थित हो सके। सभी उपस्थित कार्मिक उपाध्याय पार्क से रैली के रूप में रवाना होकर जिला कलेक्टर को सात सूत्री ज्ञापन सौंपेंगे उसके बाद रैली सभा में परिवर्तित हो जाएगी।
नरेगा संविदा कार्मिक उतरे सड़क पर
Source: | Last Updated 01:41(22/02/11)
बांसवाड़ा & महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत संविदा कार्मिक स्थायीकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार को जिले भर से एकत्र हुए संविदा कार्मिकों ने शहर में रैली निकाली तथा बाद में सीईओ एवं एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। दूसरी ओर ग्रामीण विकास विभाग ने ग्राम रोजगार सहायक व संविदा पदों को लेकर 9188 पदों के स्थायीकरण के लिए पदों का सृजित किया था। जिसे पिछले दिनों निरस्त कर दिया गया है। वहीं नए अनुबंध के तहत कार्य व आवश्यकतानुसार मानदेय के मामले का विरोध कर रहे हैं। जिसमें स्पष्ट किया है कि संविदा कार्मिकों को जब आवश्यकता होगी तब बुलाया जाएगा।
श्रमिकों से भी कम हैं मानदेय : जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि संविदा कार्मिकों का मानदेय नरेगा श्रमिकों से भी कम है। उनका कहना था कि नरेगा में कुशल श्रमिकों को 300 रुपए मानदेय हैं तथा श्रमिक को 119 रुपए तय हैं। ऐसे में सहायक कर्मचारी के 83 रुपए प्रतिदिन, ग्राम रोजगार सहायक को 116 रुपए, डाटा इंट्री ऑपरेटर को 133 रुपए मानदेय हैं। वहीं तकनीकी सहायक को 8 हजार, एमआईएस मैनेजर को 322 रुपए प्रतिदिन देय हैं। ज्ञापन देने से पूर्व नरेगा संविदा कार्मिकों ने कुशलबाग मैदान से रैली निकालते हुए जमकर नारे लगाए। रैली में जिले के आठों ब्लॉक से कार्मिक आए थे।
जिनमें प्रमुख रूप में जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, जितेश पटेल, महिपालसिंह, रोहिनी शाह, लोकेश पुरोहित, दिनेश बारोट आदि रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
बागीदौरा में भी हुआ आंदोलन
बागीदौरा. महानरेगा में स्थानीय ब्लॉक के संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी सुभाषचंद्र शर्मा को सोमवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कर्मियों ने बताया गया हैं कार्मिकों के लिए जो नवीन प्रारूप लागू किया गया हैं जिसमें उनके हितों की अनदेखी की गई हैं। इसके अलावा स्थायीकरण, पीएफ कटौती, ग्राम रोजगार सहायकों को बहाल करने, छठें वेतनमान अनुरूप वेतन लाभ देने, पांच दिवसीय सप्ताह घोषित करने, संवैतनिक अवकाश सहित कई मांग की गई हैं। ज्ञापन प्रस्तुत करने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष हेमेश दोसी, संदीप पंचाल, विक्रमसिंह, राजेेश अग्रवाल, हुरजी हुवोर सहित नरेगा कर्मी उपस्थित थे ।
कार्यालयों पर लटके रहे ताले
घाटोल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत संविदा नरेगा कर्मियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर हड़ताल पर रहे। नरेगा कार्मिक जिला स्तरीय संगठन के आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। नरेगा कर्मियों के अभाव में सोमवार दिन भर कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा व सुबह से ही कार्यालयों पर ताले लटके रहें।
नरेगा संविदा कार्मिक उतरे सड़क पर
Source: | Last Updated 01:41(22/02/11)
बांसवाड़ा & महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत संविदा कार्मिक स्थायीकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार को जिले भर से एकत्र हुए संविदा कार्मिकों ने शहर में रैली निकाली तथा बाद में सीईओ एवं एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। दूसरी ओर ग्रामीण विकास विभाग ने ग्राम रोजगार सहायक व संविदा पदों को लेकर 9188 पदों के स्थायीकरण के लिए पदों का सृजित किया था। जिसे पिछले दिनों निरस्त कर दिया गया है। वहीं नए अनुबंध के तहत कार्य व आवश्यकतानुसार मानदेय के मामले का विरोध कर रहे हैं। जिसमें स्पष्ट किया है कि संविदा कार्मिकों को जब आवश्यकता होगी तब बुलाया जाएगा।
श्रमिकों से भी कम हैं मानदेय : जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि संविदा कार्मिकों का मानदेय नरेगा श्रमिकों से भी कम है। उनका कहना था कि नरेगा में कुशल श्रमिकों को 300 रुपए मानदेय हैं तथा श्रमिक को 119 रुपए तय हैं। ऐसे में सहायक कर्मचारी के 83 रुपए प्रतिदिन, ग्राम रोजगार सहायक को 116 रुपए, डाटा इंट्री ऑपरेटर को 133 रुपए मानदेय हैं। वहीं तकनीकी सहायक को 8 हजार, एमआईएस मैनेजर को 322 रुपए प्रतिदिन देय हैं। ज्ञापन देने से पूर्व नरेगा संविदा कार्मिकों ने कुशलबाग मैदान से रैली निकालते हुए जमकर नारे लगाए। रैली में जिले के आठों ब्लॉक से कार्मिक आए थे।
जिनमें प्रमुख रूप में जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, जितेश पटेल, महिपालसिंह, रोहिनी शाह, लोकेश पुरोहित, दिनेश बारोट आदि रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
बागीदौरा में भी हुआ आंदोलन
बागीदौरा. महानरेगा में स्थानीय ब्लॉक के संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी सुभाषचंद्र शर्मा को सोमवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कर्मियों ने बताया गया हैं कार्मिकों के लिए जो नवीन प्रारूप लागू किया गया हैं जिसमें उनके हितों की अनदेखी की गई हैं। इसके अलावा स्थायीकरण, पीएफ कटौती, ग्राम रोजगार सहायकों को बहाल करने, छठें वेतनमान अनुरूप वेतन लाभ देने, पांच दिवसीय सप्ताह घोषित करने, संवैतनिक अवकाश सहित कई मांग की गई हैं। ज्ञापन प्रस्तुत करने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष हेमेश दोसी, संदीप पंचाल, विक्रमसिंह, राजेेश अग्रवाल, हुरजी हुवोर सहित नरेगा कर्मी उपस्थित थे ।
कार्यालयों पर लटके रहे ताले
घाटोल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत संविदा नरेगा कर्मियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर हड़ताल पर रहे। नरेगा कार्मिक जिला स्तरीय संगठन के आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। नरेगा कर्मियों के अभाव में सोमवार दिन भर कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा व सुबह से ही कार्यालयों पर ताले लटके रहें।
नरेगा कार्मिक धरने पर
परतापुर. क्षेत्र के संविदा पर कार्यरत नरेगा कार्मिक अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को धरने पर बैठे रहे। नरेगा संघ अपनी सात सूत्री मांग को पूरा करवाने के लिए प्रदेश संघ के आदेशानुसार ब्लॉक स्तर धरना पर प्रदश्रन करेगा। संघ के सुरेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि उपखंड गढ़ी में समस्त नरेगा संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैंठेंगे।
कल देंगे एसडीओ को ज्ञापन
बागीदौरा. महानरेगा योजना के तहत पंचायत समिति बागीदौरा में कार्यरत समस्त संविदा कार्मिकों ने पंचायत समिति परिसर में बैठक का आयोजन किया। बैठक में सात सूत्री मागों को लेकर विचार विमर्श किया गया। संदीप पंचाल ने बताया कि सोमवार को उपखंड अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा।
कल देंगे एसडीओ को ज्ञापन
बागीदौरा. महानरेगा योजना के तहत पंचायत समिति बागीदौरा में कार्यरत समस्त संविदा कार्मिकों ने पंचायत समिति परिसर में बैठक का आयोजन किया। बैठक में सात सूत्री मागों को लेकर विचार विमर्श किया गया। संदीप पंचाल ने बताया कि सोमवार को उपखंड अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा।