ग्रामसेवकों का धरना जारी
Posted On at by NREGA RAJASTHANचूरू । राजस्थान ग्राम सेवक संघ के प्रान्तीय आह्वान पर बुधवार को सामूहिक अवकाश पर रहे तथा पंचायत समिति के समक्ष धरना देकर प्रदर्शन किया।धरना स्थल पर हुई सभा में संघ की उप शाखा के अध्यक्ष बीरबल धारीवाल ने बताया कि ग्रामसेवक 11 सूत्री मांग पत्र को लेकर सामूहिक अवकाश पर हैं। ग्रामसेवकों के आन्दोलन को सरपंचों ने भी समर्थन दिया है। ग्रामसेवकों ने सरकार की नीतियों की आलोचना की और कहा कि यदि सरकार की हठधर्मिता जारी रही तो सामाजिक अंकेक्षण व ग्राम सभाओं के आयोजन फ्लॉप रहेंगे।
सादुलपुर। नरेगा कार्यो से मुक्ति सहित विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान ग्रामसेवक संघ की सादुलपुर शाखा के कार्यकर्ता और पदाघिकारियो का सामूहिक अवकाश व धरना बुधवार को भी जारी रहा। शाखा अध्यक्ष करणीराम मांजू ने बताया कि ग्रामसेवक ग्यारह सूत्री मांग पत्र लागू नहीं किए जाने तक धरना देंगे।इस अवसर पर रामनिवास पूनियां, सत्यवीर कडवासरा ने कहा कि समय रहते मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आन्दोलन को गति दी जाएगी।
सरपंच फोरम सादुलपुर एवं राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के कार्यकर्ता और पदाघिकारियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामसेवकों की मांग का समर्थन किया। संघ के विरेन्द्र मांजू, मंत्री रणवीर धींधवाल, ओमप्रकाश पूनियां, धनराज भोजक, सदीक मोहम्मद, हीरालाल बेनीवाल, महेन्द्र सिंह आदि शिक्षकों ने ग्रामसेवकों को आन्दोलन में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
सरदारशहर। अवकाश पर चल रहे ग्रामसेवकों का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्राम सेवकों के अवकाश पर चले जाने तथा सरपंचों के बहिष्कार की घोषणा से 26 अगस्त हो होने वाली ग्रामसभा व सामाजिक अंकेक्षण कार्य में परेशानी आने की संभावना है।सहायक रोजगार सहायको ने भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर ग्रामसेवको की मांगों पर शीघ्र विचार करने की मांग करते हुए आंदोलन का समर्थन करने की चेतावनी दी है।बुधवार को राजस्थान ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष शिवनारायण, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण टांडी, दुर्गाराम पारीक, लूणाराम सैनी, महावीर सुण्डा, नरेन्द्र भोजक, रामकरण पारीक, सीताराम पारीक, हनुमानसिंह, पवन कुमार पारीक तथा जगदीश मटोरिया सहित बडी संख्या में ग्रामसेवक धरने पर बैठे।
तारानगर। पंचायत समिति मुख्यालय पर बुधवार को सरपंचों एवं ग्रामसेवकों ने अपनी मांगों को लेकर संयुक्त रूप से धरना दिया। ग्रामसेवकों ने महानरेगा से मुक्ति एवं सरपंच फोरम ने अपने 13 सूत्री मांगों का निराकरण करने की सरकार से मांग की। फोरम के अध्यक्ष धर्मपाल सहारण, जुगलाल बरवड, पन्नालाल कस्वां, मोहनलाल सुथार, हनुमानाराम, कृष्णा देवी शर्मा, ग्रामसेवक संघ के अध्यक्ष दशरथ यादव, ओंकारसिंह राजवी, बृजलाल सैनी, अमरसिंह गोदारा सहित कई अन्य सरपंच तथा ग्रामसेवक धरने पर बैठे।
सुजानगढ। ग्रामसेवकों का नरेगा मुक्ति आन्दोलन बुधवार को अध्यक्ष जीवनराम नेहरा की अध्यक्षता में 10वें दिन भी ग्रामसेवकों का धरना जारी रहा। संघ के प्रदेश प्रतिनिधि हंसराज मीणा ने बताया कि सरकारी हठधर्मिता बनी रही तो आन्दोलन तेज किया जाएगा। धरने पर बुधवार को जिला उपाध्यक्ष ठाकुरमल कताला, गोविन्दराम, जुगलकिशोर, घनश्याम भाटी, सरदाराराम, उगमसिंह, रामनारायण माचरा, भंवरसिंह चाम्पावत बैठे। अध्यक्ष जीवनराम के अनुसार ग्रामसेवको के आन्दोलन को सरपंचो का समर्थन मिला है। धरना स्थल पर सरपंच दीवानसिंह, श्रवणराम माचरा, विद्याधर बेनीवाल ने पहुंचकर समर्थन दिया।
लाडनूं। ग्राम सेवक संघ व सरपंच संघ की ओर से बुधवार को पंचायत समिति कार्यालय के समक्ष धरना देकर संघ की 11 सूत्री मांगों एवं महानरेगा से मुक्ति को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। सरपंच व ग्रामसेवकों के सांकेतिक धरने को संबोघित करते हुए सरपंच संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल ने कहा कि ग्रामसेवकों ने सामूहिक अवकाश रखकर मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया है।उन्होंने सरपंच व ग्रामसेवकों से संगठित होकर आन्दोलन को गति देने का आह्वान किया।ग्रामसेवक संघ के अध्यक्ष सांवरमल शर्मा ने सरपंचों के समर्थन का स्वागत किया।शर्मा ने कहा कि मांग नहीं मानी गई तो 26 अगस्त को सामाजिक अंकेक्षण की ग्रामसभा का बहिष्कार किया जाएगा। सरपंच 1 सितम्बर को विधानसभा का घेराव करेंगे। सरपंच तारामणी शर्मा, रामकरण मेघवाल, भंवरलाल बिरडा, तथा मानाराम मेघवाल आदि सरपंचों ने विचार व्यक्त किए।
नरेगा में ठेका प्रथा पर लगे रोक
Posted On at by NREGA RAJASTHANचूरू । सरपंच एसोसिएशन के आह्वान पर चूरू सरपंच फोरम ने 26 अगस्त को ग्राम सभाओं का बहिष्कार करने व गांव में ठेका प्रणाली से होने वाले कार्याें के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलक्टर को दिया।
सरपंच फोरम के अध्यक्ष महेन्द्र सिहाग के नेतृत्व में सरपंचों ने जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में कहा है कि 26 अगस्त को होने वाली सामाजिक अंकेक्षण ग्रामसभाओं का सरपंच बहिष्कार करेंगे। ज्ञापन में बताया गया है कि 27 से 31 अगस्त तक पंचायत समितियों के सामने धरना व 1 सितम्बर को राजस्थान सरपंच एसोसिएशन के नेतृत्व में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में 31 सरपंच शामिल थे।
सरपंच फोरम की ये हैं मांगे
महानरेगा कार्यों के सुचारू संचालन के लिए ठेका प्रणाली निरस्त की जाए। ग्राम पंचायतों को नकद भुगतान की सीमा 50 हजार रूपए की जाए। महानरेगा कार्यों के लिए समय पर तथा पर्याप्त मात्रा में फंड मिले, राजीव गांधी सेवा केन्द्र निर्माण में जॉब कार्ड की अनवार्यता समाप्त हो, 10 हजार का सिंगल सामान खरीदने के लिए नम्बर की बाध्यता खत्म करने आदि अन्य मांगें हैे।
सादुलपुर। नरेगा में सामग्री की ठेकेदारी प्रथा बंद करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरपंचों ने ग्रामसभाओं का बहिष्कार करने का निर्णय किया है। सरपंच फोरम के अध्यक्ष मानसिंह रेबारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरपंचों ने पंचायत समिति सभागार में एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर उपखण्ड अघिकारी रामनिवास जाट को ज्ञापन प्रेषित किया है। सरपंच रेबारी सहित सम्पतसिंह बेरवाल, जयसिंह पूनियां, सुरेन्द्र स्वामी, मांगेराम शर्मा, बृजलाल, मानसिंह झाझडिया, ओमप्रकाश ढिगारला, चन्द्रकला ताम्बाखेडी, चिरंजीलाल धानोठी बडी, शंकरलाल प्रजापत सिधमुख, कैप्टन बहादुर सिंह नुहन्द आदि सरपंचों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। सरपंच फोरम के अध्यक्ष मानसिंह रेबारी ने बताया कि नरेगा योजना में सामग्री की ठेकेदारी प्रथा बंद करने, बीएसआर दर अन्य विभागों के समान करने, सामग्री में दूरी के हिसाब से बीएसआर में समायोजन तथा सामाजिक अंकेक्षण अन्य विभागों की तरह ग्राम पंचायतों का भी करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है। रेबारी ने बताया कि एक सितम्बर को जयपुर में विधानसभा के समक्ष सरपंचों ने प्रदर्शन करने का भी निर्णय किया है।नरेगा कार्मिक संघ शाखा राजगढ ने ग्रामसेवक एवं सरपंच संघ को समर्थन देने की घोषणा की।
कार्मिकों ने गुरूवार को आयोजित ग्रामसभाओं में कार्य नहीं करने का निर्णय किया है। कार्मिक सुमेरसिंह, सरस्वती, संजय कुमार, भंवरी देवी, मंजू, अनिता, संतोष, संतकुमार तथा हेमेन्द्र सिंह आदि ने उपखण्ड अघिकारी को ज्ञापन देकर ग्रामसभाओं का बहिष्कार नहीं करने के लिए सूचना दी।
रतनगढ। रतनगढ पंचायत समिति के सरपंचों ने बुधवार को ग्राम पंचायतों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाकर पंचायत समिति परिसर में सांकेतिक धरना दिया। धरने पर बैठे सरपंचों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन विकास अधिकारी शेरसिंह को सौंपा। सरपंच फोरम के स"ान कुमार बाटड ने बताया कि ग्राम पंचायतों को अधिकारनहीं देकर पंचायतों के निर्माण कार्यो की सामग्री सप्लाई का ठेका तथा नरेगा कार्य ठेके पर कराए जाने का निर्णय नियम विरूद्ध हैं।इसके विरोध में 26 अगस्त को होने वाली ग्राम सभा का सामूहिक बहिष्कार करने का निर्णय किया है।धरने पर बैठे सरपंचों ने ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने की मांग की। सरपंच गिरधारीलाल, शंकरलाल, रामसिंह, कांता देवी, परमेश्वरी, कमला देवी खीचड तथा परसाराम समेत अनेक सरपंच धरने में शामिल हुए।
सुजानगढ। राजस्थान सरपंच एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को सरपंच संघ ने पंचायत समिति कार्यालय के सामने धरना दिया।
सरपंचों के अधिकार कम करने के सरकारी प्रयासों के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ सरपंचों ने नारे लगाए। सरपंच दीवानसिंह भानिसरिया व श्रवणकुमार माचरा के नेतृत्व में विकास अधिकारी मूलाराम चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम 8 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। सरपंच दीवानसिंह ने बताया कि 26 अगस्त को सरपंच सामाजिक अंकेक्षण की ग्रामसभा का बहिष्कार करेंगे।