नरेगा में ठेका प्रथा पर लगे रोक
Posted On at by NREGA RAJASTHANचूरू । सरपंच एसोसिएशन के आह्वान पर चूरू सरपंच फोरम ने 26 अगस्त को ग्राम सभाओं का बहिष्कार करने व गांव में ठेका प्रणाली से होने वाले कार्याें के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलक्टर को दिया।
सरपंच फोरम के अध्यक्ष महेन्द्र सिहाग के नेतृत्व में सरपंचों ने जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में कहा है कि 26 अगस्त को होने वाली सामाजिक अंकेक्षण ग्रामसभाओं का सरपंच बहिष्कार करेंगे। ज्ञापन में बताया गया है कि 27 से 31 अगस्त तक पंचायत समितियों के सामने धरना व 1 सितम्बर को राजस्थान सरपंच एसोसिएशन के नेतृत्व में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में 31 सरपंच शामिल थे।
सरपंच फोरम की ये हैं मांगे
महानरेगा कार्यों के सुचारू संचालन के लिए ठेका प्रणाली निरस्त की जाए। ग्राम पंचायतों को नकद भुगतान की सीमा 50 हजार रूपए की जाए। महानरेगा कार्यों के लिए समय पर तथा पर्याप्त मात्रा में फंड मिले, राजीव गांधी सेवा केन्द्र निर्माण में जॉब कार्ड की अनवार्यता समाप्त हो, 10 हजार का सिंगल सामान खरीदने के लिए नम्बर की बाध्यता खत्म करने आदि अन्य मांगें हैे।
सादुलपुर। नरेगा में सामग्री की ठेकेदारी प्रथा बंद करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरपंचों ने ग्रामसभाओं का बहिष्कार करने का निर्णय किया है। सरपंच फोरम के अध्यक्ष मानसिंह रेबारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरपंचों ने पंचायत समिति सभागार में एक दिवसीय सांकेतिक धरना देकर उपखण्ड अघिकारी रामनिवास जाट को ज्ञापन प्रेषित किया है। सरपंच रेबारी सहित सम्पतसिंह बेरवाल, जयसिंह पूनियां, सुरेन्द्र स्वामी, मांगेराम शर्मा, बृजलाल, मानसिंह झाझडिया, ओमप्रकाश ढिगारला, चन्द्रकला ताम्बाखेडी, चिरंजीलाल धानोठी बडी, शंकरलाल प्रजापत सिधमुख, कैप्टन बहादुर सिंह नुहन्द आदि सरपंचों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए। सरपंच फोरम के अध्यक्ष मानसिंह रेबारी ने बताया कि नरेगा योजना में सामग्री की ठेकेदारी प्रथा बंद करने, बीएसआर दर अन्य विभागों के समान करने, सामग्री में दूरी के हिसाब से बीएसआर में समायोजन तथा सामाजिक अंकेक्षण अन्य विभागों की तरह ग्राम पंचायतों का भी करने आदि विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है। रेबारी ने बताया कि एक सितम्बर को जयपुर में विधानसभा के समक्ष सरपंचों ने प्रदर्शन करने का भी निर्णय किया है।नरेगा कार्मिक संघ शाखा राजगढ ने ग्रामसेवक एवं सरपंच संघ को समर्थन देने की घोषणा की।
कार्मिकों ने गुरूवार को आयोजित ग्रामसभाओं में कार्य नहीं करने का निर्णय किया है। कार्मिक सुमेरसिंह, सरस्वती, संजय कुमार, भंवरी देवी, मंजू, अनिता, संतोष, संतकुमार तथा हेमेन्द्र सिंह आदि ने उपखण्ड अघिकारी को ज्ञापन देकर ग्रामसभाओं का बहिष्कार नहीं करने के लिए सूचना दी।
रतनगढ। रतनगढ पंचायत समिति के सरपंचों ने बुधवार को ग्राम पंचायतों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाकर पंचायत समिति परिसर में सांकेतिक धरना दिया। धरने पर बैठे सरपंचों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन विकास अधिकारी शेरसिंह को सौंपा। सरपंच फोरम के स"ान कुमार बाटड ने बताया कि ग्राम पंचायतों को अधिकारनहीं देकर पंचायतों के निर्माण कार्यो की सामग्री सप्लाई का ठेका तथा नरेगा कार्य ठेके पर कराए जाने का निर्णय नियम विरूद्ध हैं।इसके विरोध में 26 अगस्त को होने वाली ग्राम सभा का सामूहिक बहिष्कार करने का निर्णय किया है।धरने पर बैठे सरपंचों ने ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने की मांग की। सरपंच गिरधारीलाल, शंकरलाल, रामसिंह, कांता देवी, परमेश्वरी, कमला देवी खीचड तथा परसाराम समेत अनेक सरपंच धरने में शामिल हुए।
सुजानगढ। राजस्थान सरपंच एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को सरपंच संघ ने पंचायत समिति कार्यालय के सामने धरना दिया।
सरपंचों के अधिकार कम करने के सरकारी प्रयासों के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ सरपंचों ने नारे लगाए। सरपंच दीवानसिंह भानिसरिया व श्रवणकुमार माचरा के नेतृत्व में विकास अधिकारी मूलाराम चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम 8 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। सरपंच दीवानसिंह ने बताया कि 26 अगस्त को सरपंच सामाजिक अंकेक्षण की ग्रामसभा का बहिष्कार करेंगे।