10 से कलमबंद आंदोलन
Posted On at by NREGA RAJASTHANसरकार ने ध्यान नहीं दिया तो 10 से कलमबंद आंदोलन
भास्कर न्यूजत्नझुंझुनूं महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत राजस्थान में कार्यरत संविदाकर्मियों ने नियमित करने की मांग के समर्थन में आंदोलन का आगाज कर दिया है। राजस्थान महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ के आह्वान पर सोमवार को गांधी चौक में महानरेगा संविदाकर्मियों ने सभा की व कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में कार्यरत नरेगा संविदाकर्मचारी वर्ष 2006-07 से सेवाएं दे रहे हैं। इन कर्मचारियों का चयन सक्षम प्राधिकारियों द्वारा पूर्णतया आरक्षण नियमों, आयु, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मैरिट से किया गया था। इन्हें समय-समय पर आरएससीआईटी, आरकेसीएल से कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्होंने लंबे अनुभव, योग्यता एवं प्रशिक्षण के आधार पर इन कार्मिकों का नियमितिकरण किए जाने की मांग की। इसके अलावा एक अप्रेल 2011 से नियमित वेतन शृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान किया जाए। अधिकारियों की दखल व द्वेषतापूर्ण कार्यवाही के चलते सेवाएं नहीं समाप्त नहीं करने, तकनीकी खामियों को संविदाकर्मियों के सिर नहीं मढऩे आदि मांगें करते हुए राज्य या जिला स्तर पर कमेटी गठित शिकायतों की जांच कराने के बाद ही दोषी मानने की बात कही। बिना जांच के अब तक हटाए गए संविदाकर्मचारी की सेवाएं फिर से बहाल करने की मांग भी वक्ताओं ने की। गांधी चौक से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे नरेगा संविदाकर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो संपूर्ण राजस्थान के संविदाकर्मचारी 10 जनवरी से प्रदेश स्तर पर महानरेगा कार्यों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन करेंगे। इस अवधि में वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में कार्यरत नरेगा संविदाकर्मचारी वर्ष 2006-07 से सेवाएं दे रहे हैं। इन कर्मचारियों का चयन सक्षम प्राधिकारियों द्वारा पूर्णतया आरक्षण नियमों, आयु, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मैरिट से किया गया था। इन्हें समय-समय पर आरएससीआईटी, आरकेसीएल से कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्होंने लंबे अनुभव, योग्यता एवं प्रशिक्षण के आधार पर इन कार्मिकों का नियमितिकरण किए जाने की मांग की। इसके अलावा एक अप्रेल 2011 से नियमित वेतन शृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान किया जाए। अधिकारियों की दखल व द्वेषतापूर्ण कार्यवाही के चलते सेवाएं नहीं समाप्त नहीं करने, तकनीकी खामियों को संविदाकर्मियों के सिर नहीं मढऩे आदि मांगें करते हुए राज्य या जिला स्तर पर कमेटी गठित शिकायतों की जांच कराने के बाद ही दोषी मानने की बात कही। बिना जांच के अब तक हटाए गए संविदाकर्मचारी की सेवाएं फिर से बहाल करने की मांग भी वक्ताओं ने की। गांधी चौक से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे नरेगा संविदाकर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो संपूर्ण राजस्थान के संविदाकर्मचारी 10 जनवरी से प्रदेश स्तर पर महानरेगा कार्यों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन करेंगे। इस अवधि में वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।