बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर विभिन्न मांगों को लेकर सैकड़ों नरेगा कार्मिको ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्मिकों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर गौरव गोयल ने मांग पत्र सौंपा। महात्मा गांधी नरेगा कार्मिकों के हड़ताल पर चले जाने के साथ जिले भर में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत काम काज ठप हो गया। सोमवार को जिला एवं पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायत स्तर पर नियोजित कार्मिकों ने कामकाज का पूर्ण बहिष्कार किया। नरेगा कार्मिकों के आंदोलन को ग्राम सेवक एवं सरपंच संघ ने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ के प्रदेशाध्यक्ष पवन कुमार शर्मा की अगुवाई में सैकड़ो कार्मिक महावीर पार्क में एकत्रित हुए। यहां से रैली के रूप अहिंसा चौराहे होते हुए वापस कलक्ट्रेट पहुंचे। अहिंसा चौराहे पर कार्मिकों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया। रैली में शामिल कार्मिक नारे लगाते हुए चल रहे थे।
कलक्ट्रेट के सामने नरेगा कार्मिकों की सभा को सम्बोधित करते हुए ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष कानसिंह भाटी ने आंदोलन में पूरा योगदान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में नियोजित संविदा कार्मिकों की मांगे जायज है। उन्होंने संविदा कार्मिकों को उनकी मांगे माने जाने तक आंदेालन जारी रखने को कहा। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष पवनकुमार शर्मा, रोजगार सहायक संघ के कमलेश कुमार समेत कई प्रतिनिधियों ने नरेगा कार्मिकों को संबोधित करते हुए मांगे नहीं माने जाने तक कामकाज के बहिष्कार की बात कही।
इसके बाद जिला कलक्टर गौरव गोयल को एक प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को स्थाई करने छठे वेतन आयोग के अनुसार मानदेय दिलाने, वित विभाग के परिपत्र 9 जनवरी 2007 के अनुसार अनुबंध करने, साप्ताहिक अवकाश, अन्य योजनाओं में दिए जाने वाले परिलाभों को दिलाने की मांग की गई है। जिला कलक्टर ने नरेगा कार्मिकों की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इधर सरपंच संघ के संयोजक उगमसिंह राणीगांव ने भी नरेगा कार्मिकों के आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
कामकाज ठप
जिले में ग्रमा पंचायत से जिला स्तर पर महात्मा गांधी नरेगा योजना मे नियोजित कार्मिकों के हड़ताल पर चले जाने से कामकाज ठप हो गया। हड़ताल की वजह से ई मस्टररोल, कार्य की माप भुगतान समेत कई कार्य प्रभावित हुए।
जयपुर महापड़ाव की तैयारी
मांगे नहीं माने जाने पर मंगलवार को नरेगा कार्मिक जयपुर के लिए रवाना होेंगे। यहां बुधवार को विधानसभा घेराव के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपेंगे।
नरेगा कार्मिकों का विरोध प्रदर्शन
महानरेगा कार्मिक संगठन के आह्वïान पर चूरू पंचायत समिति में कार्यरत महानरेगा कार्मिकों की पेन डाउन हड़ताल सोमवार को सातवें दिन भी जारी रही।पंचायत समिति के आगे किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान संघ के तहसील अध्यक्ष राकेश मोटसरा ने कार्मिकों की मांगों को लेकर प्रदेश स्तर पर राज्य सरकार से वार्ता चल रही है। विरोध प्रदर्शन में अनिता दूत, सोनू शर्मा, इंदिरा प्रजापत, पवन, अशोक पूनिया, बाबूलाल, आसिफ अंसारी, गौरव भाटी, राजूदान चारण, सत्यप्रकाश मीणा, इस्लाम खान, नरेंद्रसिंह, ओमप्रकाश प्रजापत, देवकरण प्रजापत, मोहरसिंह, विजय, श्वेता सहारण, कांता चौहान व महेंद्र आदि शामिल थे।
रतनगढ़. महात्मा गांधी नरेगा योजना के संविदा कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। सोमवार को ग्राम सेवक व सरपंचों ने भी नरेगा कर्मियों के चल रहे आंदोलन को समर्थन दिया है। मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी मनोज चारण ने बताया कि राजस्थान ग्रामसेवक संघ स्थानीय शाखा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि नरेगा कार्मिकों की मांगों का शीघ्र निस्तारण नहीं किया गया, तो एक मार्च से ग्रामसेवक भी कलमबंद आंदोलन शुरू करेंगे। ग्रामसेवक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभुदयाल ने बताया कि नरेगा संविदा कार्मिक पंचायतीराज परिवार के सदस्य है तथा इनके साथ असमानता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ग्रामसेवक संघ के अध्यक्ष दिलीप सोनी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि नरेगा योजना की रीढ़ नरेगा कार्मिक है, जिनके साथ सरकार दोगला व्यवहार कर ही है। वहीं सरपंच फोरम ने आंदोलन को समर्थन देते हुए उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया है। धरने को सरपंच फोरम के अध्यक्ष सज्जनकुमार बाटड़, सरपंच हीरालाल कलवाणियां, गिरधारीलाल, कुशलाराम, गिरधारीलाल बांगड़वा ने भी संबोधित किया। नरेगा कार्मिक संघ के अध्यक्ष विनोद मंडार ने बताया कि एक मार्च को समस्त नरेगा कार्मिकों द्वारा काली पट्टी बांधकर सरकार का विरोध किया जाएगा। इस अवसर पर नंदनसिंह, दिलीप गुर्जर, राजेन्द्र सुडा, शंकरलाल, पवनकुमार, लेखा सहायक आशीष, सुशील, विनोद मीणा, सुभाष सैनी, सुरेन्द्रसिंह, श्रवणसिंह, ग्राम रोजगार सहायक संजयकुमार, शारदा, रामप्यारी, सहीराम, ओमप्रकाश सहित कई लोग उपस्थित थे।
सादुलपुर. महानरेगा ब्लॉक स्तरीय कर्मचारी महासंघ उपशाखा की ओर से अपनी मांगों को लेकर पंचायत समिति परिसर में दिया जा रहा धरना सोमवार को सातवें दिन भी जारी रहा।धरने पर जिलाध्यक्ष मनीराम मूंड, दिनेश पूनियां, विकास महला, राजेश, सोमवीर, सुखवेंद्र सिंह, मांगेराम, देवदत्त, सुरेंद्र शर्मा, रामदयालसिंह, सुमेरसिंह, हेमेंद्रसिंह, सज्जन महाजन, दौलतराम सहित अन्य कार्मिक बैठे। जिलाध्यक्ष मूंड ने बताया कि ग्रामसेवक संघ की ओर से जिला महामंत्री सुखदेवाराम, उपशाखा अध्यक्ष जयवीर पूनियां, मंत्री सत्यवीर कड़वासरा, करणीराम मांजू, सरपंच फोरम के अध्यक्ष मानसिंह रैबारी ने धरने को संबोधित किया। ग्रामसेवक संघ ने नरेगा संविदा कार्मिकों के समर्थन में एक मार्च से राज्यव्यापी कलम बंद असहयोग आंदोलन शुरू करने की घोषणा की।
तारानगर. महात्मा गांधी नरेगा संविदाकर्मियों की ओर से सोमवार को पंचायत समिति कार्यालय के सामने अध्यक्ष धर्मपाल पांचेरा के नेतृत्व में आठ सूत्री मांगों को लेकर शुरू किया गया पेन डाउन धरना सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। सोमवार को राजस्थान ग्रामसेवक संघ की ओर से अध्यक्ष दशरथ यादव, मंत्री महेंद्र सहारण के नेतृत्व में आंदोलनरत नरेगा संविदाकर्मियों के समर्थन में प्रदेश के आह्वान पर एक मार्च से कलमबंद असहयोग आंदोलन शुरू करने को लेकर विकास अधिकारी गोपीराम महला को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में लिखा गया कि राजस्थान में कार्यरत नरेगा संविदाकर्मी १५ फरवरी से अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। राजस्थान ग्रामसेवक संघ नरेगाकार्मिकों के प्रदेशव्यापी आंदोलन के समर्थन में राज्यव्यापी कलमबंद आंदोलन शुरू करेगा।
सरदारशहर. राजस्थान ग्राम सेवक संघ से संबद्ध सभी ग्रामसेवक नरेगा संविदा कार्मिकों के आठ सूत्री मांगों के समर्थन में चल रही पेन डाउन धरने के समर्थन में एक मार्च से अनिश्चतकालीन हड़ताल शुरू करेंगे।सरदारशहर ग्रामसेवक संघ के मंत्री महावीर प्रसाद सूंडा ने बताया कि पंचायत समिति सरदार शहर में कार्यरत सभी ग्रामसेवक संविदा कार्मिकों की आठ सूत्रीय मांगों के समर्थन में राज्यव्यापी असहयोग आंदोलन के तहत अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे। लुणाराम सैनी, रोशनअली, प्रदीपसिंह सवाईबड़ी, बलराम शर्मा, हरलाल सूंडा व छोजसिंह सहित सभी ग्रामसेवकों ने हड़ताल शुरू करने का समर्थन किया। दूसरी तरफ नरेगा कर्मियों का धरना सोमवार को भी
जारी रहा।
लाडनूं. राजस्थान ग्रामसेवक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर नरेगासंविदा कार्मिकों के समर्थन में एक मार्च से राज्यव्यापी कलमबंद असहयोग आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी। ज्ञापन में लिखा गया कि 28 फरवरी तक यदि नरेगा के संविदाकर्मियों की जायज मांगों को नहीं माना गया तो ग्रामसेवक संघ के सभी कार्यकर्ता एक मार्च से आंदोलन करेंगे। नरेगा संविदाकर्मी अपनी मांगों को लेकर पिछले 13 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस दौरान उन्होंने 21 फरवरी को जिला मुख्यालय और 23 फरवरी को विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए आठ सूत्री मांत्रपत्र सांैपकर मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्री से समस्याओं के समाधान की मांग की थी। लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं किया गया है। ज्ञापन देने वालों में सांवरमल शर्मा, जगदीशसिंह, राम निवास, उम्मेद व दिलीपकुमार आदि शामिल थे।
गांधीगिरी से नरेगा कार्मिकों ने जताया विरोध
धरना व हड़ताल जारी
खमेरा. पीपलखूंट पंचायत समिति कार्यालय के सामने धरने पर बैठे नरेगा कार्मिकों का धरना जारी हैं। कार्मिक अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। नरेगा कार्मिकों को सचिव व सरपंच संघ ने भी अपना समर्थन देने की घोषणा की हैं। सोमवार को कार्मिकों ने गांधीगिरी तरिके से अपना विरोध दर्ज करवाया। इस अवसर पर देंगे। इस अवसर परमोहनलाल निनामा, दिनेश यादव, जीवालाल, नंदलाल, देवीलाल, बापूलाल, तोलाराम, लालशंकर आदि शामिल थे।
उपखंड अधिकारी को गुलदस्ता भेंट किया
परतापुर. सोमवार को गढ़ी ब्लॉक में नरेगा कार्मिक संघ ने उपखंड अधिकारी व विधायक कांता भील को गुलदस्ता भेंट कर गांधी गिरी के रूप में अपना विरोध दर्ज करवाया तथा ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में पूर्व में राज्य सरकार द्वारा स्थाई पदों को निरस्त करने, नियमित नहीं करने, छठे वेतन आयोग के हिसाब से वेतन देने, पांच दिवसीय कार्य सप्ताह करने आदि मांगों के बारे में बताया। इस पर विधायक कांता भील ने इस समस्या के बारे में विधानसभा में रखने की बात कही। तब नरेगा कार्मिकों के चेहेरे खिल उठे तथा आशा की किरण दिखाई दी। इस अवसर पर रोजगार सहायक, तकनीकि सहायक, स्टेनोंग्राफर, टाईपिस्ट सहित नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
गांधीवादी तरीके से लड़ाई का ऐलान
नरेगा कर्मचारियों ने अपनी मांगों के लिए गांधीवादी तरीके से सरकार से आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। इसमें बांहों में पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराना तथा सद्बुद्धि यज्ञ शामिल है। नरेगा कर्मियों के समर्थन में ग्रामसेवक भी कूद पड़े हैं।
सोमवार को भी हड़ताली नरेगा कर्मी खैराबाद पंचायत समिति परिसर में धरने पर डटे रहे। मांगों को लेकर नारेबाजी भी की। नारे लिखी तख्तियां लेकर कर्मचारियों ने रैली निकाली और एसडीएम मानसिंह को फूलों के गुलदस्ते के साथ सद्भावना पत्र देकर सरकार से मांगे पूरी कराने की गुहार की। एक मार्च को सभी कर्मी बाजू में काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे। सरपंचों और ग्रामसेवकों से भी सहयोग की अपील की गई है। 2 मार्च को सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया जाएगा। 3 मार्च को मुख्यमंत्री के नाम एसडीओ को ज्ञापन दिया जाएगा। नरेगा कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष महेंद्रकुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में रंगलाल मीणा, सुरेंद्र मराठा, जयंत शर्मा, संजय भार्गव, दिनेश गुर्जर, अलका मेवाड़ा, कविता जैन, प्रदीप जैन, भागीरथ बैरवा आदि लगातार 8वें दिन भी धरने पर डटे रहे।
ग्रामसेवक भी आंदोलन में कूदे: नरेगा संविदा कार्मिकों के समर्थन में ग्रामवेसकों ने भी कलमबंद असहयोग आंदोलन का ऐलान कर दिया है। खैराबाद उपशाखा अध्यक्ष रमेश महावर के अनुसार राजस्थान ग्रामसेवक संघ जयपुर के आह्वान पर संविदा कर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया गया है। इनकी मांगों का निराकरण नहीं होने पर एक मार्च से राज्यव्यापी कलमबंद असहयोग आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
ग्रामसेवकों को रिकार्ड जमा करने के दिए निर्देश
विकास अधिकारी अजय आर्य ने एक मार्च से कलमबंद हड़ताल में शामिल होने की चेतावनी देने वाले ग्रामसेवकों को रिकार्ड पंचायत समिति में जमा कराने के निर्देश दिए हैं। विकास अधिकारी का कहना है कि 3 और 10 मार्च को सोशल ऑडिट होना है। इसके लिए रिकार्ड जरूरी है।
रावतभाटा क्षेत्र के नरेगा कार्मिकों ने गांधीगिरी से 8 सूत्री ज्ञापन दिया
रावतभाटा। पंचायत समिति भैंसरोडगढ़ के महात्मागांधी नरेगा कार्मिक संघ के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम राजस्थान, महात्मागांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ का आठ सूत्री ज्ञापन एसडीएम भावना राघव को गांधीगिरी से दिया। कार्मिकों ने गांधी टोपी पहनकर गुलाब के फूल भी दिए। कार्मिकों ने उपखंड कार्यालय के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की। ज्ञापन देने वालों में लोकेश आमेटा, नवलकिशोर, ललित वैष्णव, दीपकमीणा, रामकुमार, धर्मेंद्र टेलर, हरीश चौहान, फूलचंद, मनोज कच्छावा, मुकेश धाकड़, प्रदीप कुमार, सत्यनारायण, शशीकांत आमेटा, महावीर नागर, महेश विजयवर्गीय आदि शामिल थे।
आज काली पट्टी बांधेंगे: नरेगा कार्मिक संघ की और से 18 दिनों से चल रहा धरना प्रदर्शन के क्रम में मंगलवार को कार्मिक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे, तथा बुधवार को पंचायत समिति कार्यालय के बाहर सरकार को सदबुद्धि देने के लिए यज्ञ करेंगे।
कलम बंद आंदोलन पर ग्र्राम सेवक
सुल्तानपुर. नरेगा कर्मचारियो की हड़ताल को समर्थन देते हुए राजस्थान ग्राम सेवक संघ के प्रदेशाध्यक्ष मुरारीलाल पारीक, प्रदेश मंत्री हेमन्त कुमार पालीवाल, प्रदेश महामंत्री सोहनलाल डारा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नरेगा कर्मचारियों की मांगों को नहीं माने जाने पर १ मार्च से राज्यव्यापी कलम बंद असहयोग आन्दोलन करने की घोषणा की। राजस्थान ग्राम सेवक संघ के जिला अध्यक्ष बहादुर सिंह गांधी, जिला मंत्री रमेश चन्द्र शर्मा, ने कलेक्टर को आन्दोलित नरेगा कर्मियों के समर्थन में पत्र लिखा व १ मार्च से कलम बंद हड़ताल करने की घोषणा की।
हड़ताल आठवे दिन भी जारी
पंचायत समिति मुख्यालय पर नरेगा कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को आठवे दिन धरना दिया। एमआइएस मैनेजर, कनिष्ठ तकनीकी सहायक, लेखा सहायक, कम्प्यूटर ऑपरेटर व रोजगार सहायकों ने धरना दिया। धरने में अध्यक्ष सैय्यद आरिफ हसन, सचिव पवन खण्डेलवाल, कोषाध्यक्ष संदिप शर्मा, अशोक शर्मा, रामावतार, तेजेन्द्र मीणा, पप्पूलाल, नरेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदीप, हितेष रावल, लालचन्द, हरिश मीणा, जितेन्द्र शर्मा, कृष्ण मुरारी, नवल, रोहीत, सुनिल, धर्मेन्द्र, कुन्जबिहारी गोचर ,सत्यनारायण, उमाश्ंाकर, राजेन्द्र, छीतरराम, मुकेश कुमार, चेतन्य नन्दवाना आदि मौजूद थे।
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के हाथों में नरेगा
पंचायत समिति मुख्यालय पर पिछले एक सप्ताह से महात्मा गंाधी नरेगा कर्मचारी संगठन ब्लॉक सुल्तानपुर के संविदा पर कार्यरत कर्मियो ने अपनी मांगो को लेकर हड़ताल कर रखी है। जिसके चलते नरेगा कार्यालय का हाल बदहाल है। नरेगा कार्यालय में सभी कार्य ठप हंै। हड़ताल के चलते महानरेगा योजना चतुर्थ कर्मचारियों के भरोसे चल रही है। महानरेगा योजना में मस्टररोल एक्ट के तहत मस्टररोल कम्प्यूटर द्वारा जारी की जाती है। इन दिनो मस्टररोल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो द्वारा हस्तलिखित जारी कर नियमो का उलघंन हो रहा है। नरेगा कम्प्यूटर ऑपरेटर पवन खण्डेलवाल ने बताया कि हस्तलिखित मस्टररोल नरेगा सोफ्टवेयर पर ऑन लाइन नहीं की जा सकती। मजदूरो को भुगतान भी संकट में पड़ सकता है। मजदूरों को भुगतान कम्प्युटर द्वारा मस्टररोल फीडिंग के उपरान्त जारी किया जाता है।नरेगा कर्मियों ने दिया धरना
इटावा. महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ब्लॉक इटावा की ओर से पंचायत समिति इटावा क्षेत्र के नरेगा योजना के तहत कार्य कर रोजगार सहायकों एवं नरेगा कर्मियों ने सोमवार को 12 वें दिन प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत कलमबंद हड़ताल कर पंचायत समिति परिसर में धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए ग्राम रोजगार सहायक संघ ब्लॉक अध्यक्ष मुरलीधर मीणा ने कहा कि जब तक सरकार द्वारा नरेगा कर्मियों की समस्याओं का समाधान नही किया जाएगा आन्दोलन जारी रहेगा। उपाध्यक्ष कैलाश सुमन ने ब्लॉक में नियमित कर्मचारियों से प्रशासन के दवाब में आकर नरेगा का कार्य नही करने का आव्हान किया है। धरने को नरेगा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष मनदीप चौहान, उपाध्यक्ष कैलाश सुमन, ग्राम रोजगार सहायक संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष हेमन्त मीणा, जगदीश गोयल, महावीर सुमन, रामसिंह मीणा, रघुनन्दन गौड़, सीताराम जागा सहित कई सदस्य उपस्थित थे।
ग्रामसेवक संघ ने दिया ज्ञापन: राजस्थान ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह गांधी के नेतृत्व में इटावा क्षेत्र के ग्रामसेवकों ने सोमवार को पंचायत समिति इटावा कार्यालय पर पहुंचकर पंचायत समिति के विकास अधिकारी प्रकाशचंद रेगर को जिला कलक्टर कोटा के नाम ज्ञापन देकर नरेगा कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि समस्याओं का समाधान नही किया गया तो नरेगा कर्मियों द्वारा किए जा रहे आन्दोलन को समर्थन देते हुए मंगलवार से ग्रामसेवकों द्वारा कलमबंद हडताल की जाएगी।
ग्रामसेवक भी आंदोलन पर
सांगोद. आंदोलित महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिकों के समर्थन में 1 मार्च से 10 मार्च तक राजस्थान ग्राम सेवक संघ उपशाखा सांगोद ने कलमबंद असहयोग आंदोलन प्रारंभ करने की घोषणा की है। राजस्थान ग्राम सेवक संघ उपशाखा सांगोद के अध्यक्ष भंवरलाल नागर, मंत्री ओमप्रकाश जोशी ने बताया कि राजस्थान ग्राम सेवक संघ जयपुर द्वारा 24 फरवरी को मुख्यमंत्री एवं पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराने के बाद भी संविदा कर्मियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। 8 सूत्रीय मांग पत्र की मांगों को लेकर संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। राजस्थान ग्राम सेवक संघ उपशाखा सांगोद ने 28 फरवरी तक कोई समझौता नहीं होने की स्थिति में 1 मार्च से सभी ग्राम सेवक कलम बंद हड़ताल करेंगे तथा असहयोगात्मक आंदोलन शुरू करेंगे।
मेट भी मैदान में आए: सांगोद पंचायत समिति के महानरेगा मेट यूनियन ने 1 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना संविदा कर्मियों की हड़ताल पर शुरू करने की घोषणा की है। महानरेगा मेट यूनियन के तहसील अध्यक्ष पुरूषोत्तम सेन ने बताया कि महानरेगा में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए मेटों की समस्याओं की मांग को लेकर 1 मार्च से धरना शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दो सौ रुपए प्रति दिवस के हिसाब से वेतन देने, मेटों की नई नियुक्ति रद्ध कर पूर्व के पैनल को प्राथमिकता देने की मांग को ज्ञापन भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महानरेगा मेट यूनियन मस्टररोल का बहिष्कार कर सविंदा कर्मियों के समर्थन पर धरने पर बैठेंगे।
आज से ग्रामसेवक करेंगे कलमबंद असहयोग आंदोलन, सोमवार को भी नरेगाकर्मियों को धरना जारी रहा
कार्यालय संवाददाता. हिंडौनसिटी
नियमित करने एवं 8 सूत्रीय मांगों को लेकर महानरेगा के संविदाकर्मियों द्वारा किए जा रहे धरने के समर्थन में ग्रामसेवक भी उतर आए है। नरेगा संविदाकर्मियों की मांगे नहीं माने जाने पर एक मार्च से राजस्थान ग्राम सेवक संघ के आह्वïान पर जिले के ग्रामसेवकों ने भी कलमबंद असहयोग आंदोलन करने की घोषणा की है।
ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में कार्यरत नरेगा संविदा कार्मिक 15 फरवरी से अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हडताल पर है। आंदोलित नरेगा संविदा कार्मिकों ने 21 फरवरी को जिला मुख्यालयों पर तथा 23 फरवरी को विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था, लेकिन उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है और प्रत्येक तहसील स्तर पर नरेगाकार्मिक धरने पर बैठे हुए है। आंदोलित नरेगा कार्मिकों की मांगों को राजस्थान ग्राम सेवक संघ ने समर्थन किया है और जिले के ग्रामसेवक भी एक मार्च से कलमबंद असहयोग आंदोलन करेंगे। सोमवार को भी पंचायत समिति हिंडौन के सभी नरेगा कार्मिकों का पंचायत समिति के बाहर धरना जारी रहा। धरने में नरेगा कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष गजराज सिंह, राजेन्द्र मीणा, शंकर सिंह, गोविन्द जाटव, अमृतलाल, संजय डागुर, अशोक, पुरूषोत्तम जाट, सुखनंदन, गोपाल लाल जाटव आदि शामिल रहे। दूसरी ओर नरेगाकर्मियों की मांगें माने जाने को लेकर मुख्यमंत्री को सदभावना संदेश भेजा गया है। दूसरी ओर महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ के जिला संयोजक अशोक पाठक ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर नरेगाकर्मियों की मांगों को पूरी करवाए जाने की मांग की है।
नरेगा कर्मियों का धरना जारी
Source-nregakcrisangh
ग्राम सेवक एव सरपंच भी नरेगा कार्मिको को स्थाई करने व अन्य मांगो के समर्थन में जायेंगे हरताल पर
दिनाक 23.2.2011 की जयपुर महारैली में नरेगा कार्मिको की तादात व उत्साह देखकर अपना पूर्ण समर्थन देने वाले सरपंच महासंघ के प्रदेश संयोजक श्रीमान पहाड सिंह तथा ग्राम सेवक महासंघ राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्रीमान मुरारी लाल पारीख व प्रदेश महांमत्री श्रीमान सोहन लाल डारा ने सरकार को दिनाक 28.2.2011 तक का समय देकर कहा की नरेगा कार्मिको को स्थाई करने व अन्य 8 मांगो के समर्थन में सरकार यदि 28.2.2011 तक किसी भी निर्णय पर नहीं पहुचती है तो पुरे प्रदेश में दिनाक 1.3.2011 से सरपंच व ग्राम सेवक भी राज्य व्यापी धरना -प्रदर्शन कर हरताल पर जायेगे. सरपंच महासंघ व ग्राम सेवक महासंघ के समर्थन के बाद नरेगा कार्मिको के स्थायित्व होने की संभावना बिलकुल तय मानी जा रही है. सभी नरेगा कार्मिको में जोश का संचार हो गया है तथा पुरे राजस्थान के नरेगा कार्मिक हरताल पर चले गये है. हम सरपंच महासंघ के प्रदेश संयोजक श्रीमान पहाड सिंह तथा ग्राम सेवक महासंघ राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्रीमान मुरारी लाल पारीख व प्रदेश माहमंत्री श्रीमान सोहन लाल डारा का आभार व्यक्त करते है की उन्होंने हमें ईतना बड़ा समर्थन देकर हमारे आन्दोलन को सफल बनाने की एक बहुत बड़ी बाधा को पार करवाया है.
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बाड़मेर। जिला मुख्यालय पर विभिन्न मांगों को लेकर सैकड़ों नरेगा कार्मिको ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्मिकों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर गौरव गोयल ने मांग पत्र सौंपा। महात्मा गांधी नरेगा कार्मिकों के हड़ताल पर चले जाने के साथ जिले भर में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत काम काज ठप हो गया। सोमवार को जिला एवं पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायत स्तर पर नियोजित कार्मिकों ने कामकाज का पूर्ण बहिष्कार किया। नरेगा कार्मिकों के आंदोलन को ग्राम सेवक एवं सरपंच संघ ने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संघ के प्रदेशाध्यक्ष पवन कुमार शर्मा की अगुवाई में सैकड़ो कार्मिक महावीर पार्क में एकत्रित हुए। यहां से रैली के रूप अहिंसा चौराहे होते हुए वापस कलक्ट्रेट पहुंचे। अहिंसा चौराहे पर कार्मिकों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया। रैली में शामिल कार्मिक नारे लगाते हुए चल रहे थे।
कलक्ट्रेट के सामने नरेगा कार्मिकों की सभा को सम्बोधित करते हुए ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष कानसिंह भाटी ने आंदोलन में पूरा योगदान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में नियोजित संविदा कार्मिकों की मांगे जायज है। उन्होंने संविदा कार्मिकों को उनकी मांगे माने जाने तक आंदेालन जारी रखने को कहा। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष पवनकुमार शर्मा, रोजगार सहायक संघ के कमलेश कुमार समेत कई प्रतिनिधियों ने नरेगा कार्मिकों को संबोधित करते हुए मांगे नहीं माने जाने तक कामकाज के बहिष्कार की बात कही।
इसके बाद जिला कलक्टर गौरव गोयल को एक प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को स्थाई करने छठे वेतन आयोग के अनुसार मानदेय दिलाने, वित विभाग के परिपत्र 9 जनवरी 2007 के अनुसार अनुबंध करने, साप्ताहिक अवकाश, अन्य योजनाओं में दिए जाने वाले परिलाभों को दिलाने की मांग की गई है। जिला कलक्टर ने नरेगा कार्मिकों की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इधर सरपंच संघ के संयोजक उगमसिंह राणीगांव ने भी नरेगा कार्मिकों के आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
कामकाज ठप
जिले में ग्रमा पंचायत से जिला स्तर पर महात्मा गांधी नरेगा योजना मे नियोजित कार्मिकों के हड़ताल पर चले जाने से कामकाज ठप हो गया। हड़ताल की वजह से ई मस्टररोल, कार्य की माप भुगतान समेत कई कार्य प्रभावित हुए।
जयपुर महापड़ाव की तैयारी
मांगे नहीं माने जाने पर मंगलवार को नरेगा कार्मिक जयपुर के लिए रवाना होेंगे। यहां बुधवार को विधानसभा घेराव के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपेंगे।
मांगें माने जाने तक जारी रहेगा नरेगा कार्मिकों का धरना, प्रदर्शन
नरेगा संविदा कर्मी संघ जिलाध्यक्ष दरोगा सिंह ने बताया कि नरेगा संविदा कार्मिक संघ को राजस्थान सरपंच महासंघ एवं अखिल राजस्थान ग्रामसेवक महासंघ ने समर्थन देते हुए सरकार द्वारा मांगें नहीं माने जाने पर एक मार्च से हड़ताल में सम्मिलित होने का आह्वान किया। अखिल राजस्थान नरेगा संविदा कार्मिक संघ ने निर्णय लिया कि सरकार द्वारा मांगें नहीं माने जाने तक नरेगा कार्यों का बहिष्कार करते हुए धरना, प्रदर्शन जारी रहेगा।
भीम & नरेगा संविदा कर्मियों ने लगातार चौथे दिन गुरुवार को भी कार्य का बहिष्कार किया तथा पंचायत समिति के बाहर धरना दिया। रोजगार सहायक, कम्प्यूटर ऑपरेटर, तकनीकी सहायक आदि ने सात सूत्री मांगों के समर्थन में कार्य स्थगित रखा। इस अवसर पर शक्ति सिंह राणावत, गोविंदसिंह चौधरी, ओमप्रकाश, विजयपालसिंह, दीपक गाछा, सुनील सिंह, बिंदू देवी, डाऊसिंह, प्रकाश सिंह, शारदा देवी, गोपालसिंह, आशा चौहान, सईदा, भावना सनाढ्य आदि मौजूद थे।
आमेट & नरेगा संविदा कार्मिकों की गुरुवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही, जिसमें ब्लॉक स्तर के संविदा कार्मिक, ग्राम पंचायत स्तर के कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं रोजगार सहायक सम्मिलित हुए। सचिव घनश्याम सिंह राव के अनुसार ग्राम सेवक संघ जयपुर के निर्णयानुसार जिले के सभी ग्रामसेवकों की ओर से नरेगा संविदा कार्मिकों को समर्थन दिया गया।
नरेगा कर्मियों की समझाइश बैठक आज
रेलमगरा & पंचायत समिति रेलमगरा क्षेत्र के महात्मा गांधी नरेगा कार्मिकों की हड़ताल गुरुवार को भी जारी रही, जिससे नरेगा संबंधी काम ठप रहा। इसको लेकर शुक्रवार को प्रशासन ने समझाइश बैठक बुलाई है। रेलमगरा विकास अधिकारी भगवतीलाल शर्मा ने बताया कि नरेगा के संविदा कर्मचारियों की मांगों पर समझाइश के लिए शुक्रवार को उपखंड अधिकारी प्यारेलाल शर्मा की अध्यक्षता में बैठक होगी। इसमें हडताल पर चल रहे रोजगार सहायकों एवं कार्यालय कार्मिकों से अनुबन्ध पर वार्ता होगी। विदित रहे कि संविदा कर्मियों का अनुबंध 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
नरेगा कार्मिकों ने विधायक को दिया ज्ञापन
संघ के पदाधिकारियों ने विधायक आंजना को दिए ज्ञापन में कनिष्ठ तकनीक सहायकों का मानदेय बढ़ाने, एक वर्ष पूर्ण करने वाले कार्मिकों के मानदेय में दस फीसदी वृद्ध करने, रोजगार सहायकों के पद स्थाई करने, आकस्मिक अवकाश बढ़ाने व नवीन अनुबंध प्रारूप में कार्मिकों के हितों को ध्यान में रखने की मांग की गई। इससे पहले संघ के प्रतिनिधि मंडल ने विधायक आंजना से रूबरू होकर समस्याओं के निराकरण का आग्रह भी किया। इस पर आंजना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर समस्याओं के निदान कराने का आश्वासन दिया। इधर, संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दिनेशचंद्र पाटीदार, रामेश्वरलाल मीणा, विनोद जाटव, बिलाल मोहम्मद, मकन लाल धाकड़, ईश्वरराव, पियुष तिवारी, वेदप्रकाश, आशुतोष ङ्क्षसह, गोपाल मीणा, भैरूलाल, अनिल आंजना, जयसिंह राजपुत, युधिष्ठिर शर्मा, अल्ताफ शेख, श्यामलाल, सुरेशचंद्र, परसराम, सुनील कुमार, बंशीलाल लक्ष्मीनारायण शर्मा आदि ने पूरे दिन पंचायत समिति परिसर में धरना दिया। शुक्रवार को नरेगा कार्मिक निम्बाहेड़ा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंपेंगे।
कार्य ग्रहण करने वाले कार्मिक फिर से आंदोलन में शामिल
NREGA, MGNREGA
राजस्थान नरेगा संविदा कार्मिक संघ के अनिश्चितकालीन कलमबंद आंदोलन के दौरान सोमवार को कार्य ग्रहण करने वाले कार्मिक फिर से आंदोलन में शामिल हो गए हैं। जिलाध्यक्ष मुकेश चौधरी ने बताया कि कल कुछ कार्मिकों ने आंदोलन से हट कर अपने क्षेत्रों में जाकर कार्यग्रहण कर लिया था।
उनियारा ब्लॉक अध्यक्ष जसराम मीणा सहित अन्य कार्मिकों के सहयोग से आंदोलन से हटे कार्मिकों से बात कर उन्हें समझाया गया। समझाइश के बाद कार्य ग्रहण करने वाले सभी कार्मिक आज आंदोलन में फिर से शामिल हो गए। इधर, राजस्थान ग्राम सेवक संघ ने नरेगा कार्मिकों के कलमबंद आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। समर्थन देते हुए जिलाध्यक्ष रामप्रसाद ने बताया कि सरकार द्वारा संविदा कार्मिकों की वाजिब मांगों पर जो उदासीनता व हठधर्मिता का जोर अपना रखा है, उसका राजस्थान ग्राम सेवक जिलाशाखा भी विरोध करती है।
जयपुर। नियमित करने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को राजस्थान महात्मा गांधी नरेगा संविदाकार्मिक संघ के बैनर तले नरेगा संविदाकर्मियों ने बाइस गोदाम से विधानसभा तक रैली निकाली और पंचायतीराज मंत्री भरत सिंह और आयुक्त नरेगा को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले सभा को संबोघित करते हुए संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार वैष्णव ने कहा कि 2 फरवरी 2011 के नरेगा संविदाकर्मियों के सर्कुलर को सरकार तुरंत प्रभाव से निरस्त कर 9 जनवरी 2007 के सर्कुलर का नवीनीकरण करे। उन्होंने सरकार से नरेगा संविदाकर्मियों को नियमित करने व वेतन विसंगतियां दूर करने की मांग की और कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी आंदोलन जारी रहेगा। उधर, सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक पहाड सिंह ने घोष्ाणा की है यदि नरेगा संविदाकर्मियों की मांगों पर 28 फरवरी तक सरकार ने सकारात्मक निर्णय नहीं किया तो सरपंच और ग्राम सेवक भी कार्यो का बहिष्कार करेंगे। लग गया जाम रैली के दौरान सहकार मार्ग पर जाम लग गया। बाईस गोदाम से लक्ष्मी मंदिर जाने वाले वाहनों को अम्बेडकर सर्किल की तरफ डायवर्ट किया गया। रामबाग से बाईस गोदाम जाने वाले वाहनों को अम्बेडकर सर्किल से स्टेच्यू की तरफ डायवर्ट किया गया। अनुबन्ध प्रारूप स्थगित ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री भरतसिंह ने महानरेगा संविदा कर्मियों को आश्वासन दिया है कि 2 फरवरी, 2011 के अनुबंध प्रारूप को स्थगित करने के साथ ही 9 जनवरी, 2007 के अनुबंध प्रारूप में शामिल बिन्दुओं का परीक्षण करवाया जाएगा। सरकार ने इस सम्बंध में बुधवार को आदेश जारी कर दिए। महानरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने बुधवार को सभी जिला कलक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयकों को निर्देश दिए हैं कि वे 28 फरवरी, 2011 के बाद किए जाने वाले संविदा अनुबंध प्रपत्र 2 फरवरी 2011 पर कार्यवाही स्थगित रखें।
8000 लोगों ने किया विधानसभा का घेराव
संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार वैष्णव तथा प्रदेश महामंत्री हरीशकुमार व्यास के नेतृत्व में विधानसभा के सहकार मार्ग वाले रास्ते पर पहुंचने पर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। रैली का अगला हिस्सा जब विधानसभा के ज्योतिनगर मोड पर आकर रुक गया था, उसके भी करीब आधे घंटे बाद तक दूसरा हिस्सा बाइस गोदाम सर्किल पर था। रास्ते में ये कर्मचारी सरकार से विभिन्न मांगों की पूर्ति के लिए नारेबाजी करते चल रहे थे।
करीब 40 मिनट तक रहा जाम
लोगों के सहकार सर्किल पर जमा होने के साथ ही सहकार मार्ग पर जाम होना शुरू हो गया। कारों, सिटी बसों और दुपहिया वाहनों को करीब 40 मिनट तक इस जाम में फंसे रहना पड़ा। यह जाम सहकार भवन से विधानसभा मोड तक लगा रहा। इससे लोग काफी परेशान हुए। कई दुपहिया वाहन चालक तो यहां वहां से रास्ता खोजते रहे। आगे रास्ता जाम होने के बावजूद ट्रेफिक पुलिसकर्मियों ने लालकोठी मंडी की ओर से आने वाले वाहनों को डायवर्ट नहीं किया। ऐसा ही ज्योतिनगर की ओर हुआ। विधानसभा की ओर रैली के पहुंचने वाले रास्ते पर ज्योतिनगर मोड की ओर से लगातार वाहन आते रहे। इस बीच रैली को इन वाहनों के कारण 15 मिनट तक रोके रखना पड़ा। यदि पुलिसकर्मी उन्हें गांधीनगर मोड से डायवर्ट कर देते तो सहकार मार्ग रैली से जल्दी खाली हो जाता और वहां जाम ज्यादा देर नहीं रहता।
सीएम को सौंपा मांगपत्र
संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मांगपत्र सौंपा। इस 8 सूत्री मांगपत्र में संविदाकर्मियों व नरेगा संविदा कार्मिकों को परिलाभ दिए जाने, सामूहिक दुर्घटना बीमा, ग्रेच्युटी, मेडिक्लेम बीमा, अवकाश आदि का लाभ, वरिष्ठता के आधार पर 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि, मानदेय के साथ साथ वेतनभत्तों का प्रावधान किए जाने की मांग की गई।
नरेगा कर्मचारी रैली जयपुर
नरेगा कर्मचारी रैली जयपुर
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नरेगा कर्मचारी रैली जयपुर
NREGA MGNREGA,NREGA
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सँगठित संघर्ष बनाएगा उज्जवल भविष्य
बीकानेर।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश उपाध्यक्ष भंवरलाल पुरोहित ने कहा कि संगठित संघर्ष करें तो कोई ताकत जायज मांगों की अनदेखी नहीं कर सकती। नरेगा संविदा ठेका आंगनबाड़ी सहित सभी अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करवाने के लिए महासंघ बुलन्दगी के साथ आवाज उठाएगा।
पुरोहित यहां नरेगा कर्मचारी संघ व महासंघ एकीकृत की संयुक्त सभा को संबोधित कर रहे थे। नरेगा कार्मिकों को स्थायी करने सहित ११ सूत्री मांग पत्र को लागू करने की मांग को लेकर दोनों संगठनों ने पब्लिक पार्क में हुई इस सभा में आंदोलन का बिगुल बजाया। सभा को संबोधित करने वाले कर्मचारी नेताओं में थार संभाग सम्मेलन से जुड़े जयगोपाल जोशी, ओम भादाणी, जेठमल सोलंकी, ताज मोहम्मद पठान, अखेराज मारु, सुरेन्द्र स्वामी शामिल थे। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि २६ फरवरी को थार सम्मेलन में नरेगा एवं संविदा कर्मचारियों सहित सभी अस्थायी कर्मचारियों ने अपने संख्याबल को सिद्ध कर दिया तो मांगों को मनवाने एवं उज्जवल भविष्य बनाने में बल मिलेगा।
महासंघ के लक्ष्मण पुरोहित ने कहा कि संवेदनशील एवं पारदर्शी होने का दम भरने वाली सरकार चुनाव घोषणा पत्र में कर्मचारियों से मिए गए वादों को पूरा करे। नरेगा कार्मिकों ने सभा के बाद जिलाध्यक्ष गोपाल जोशी, महासंघ एकीकृत के प्रदेश उपाध्यक्ष पुरोहित आदि नेताओं के नेतृत्व में पार्क से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली, प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ११ सूत्री मांग पत्र सौंपा।
शिवकुमार व्यास के अनुसार कलेक्टर ने सकारात्मक रुख दिखाया एवं अपनी अभिशंसा सीएम तक भिजवाने का आश्वासन दिया। कर्मचारी नेता कमल अनुरागी, कानसिंह, नरेन्द्र आचार्य, राजकुमार व्यास, नारायण सिंह, टिंकेश शर्मा, ज्ञान गोस्वामी, हरदीपसिंह, मक्खन माली आदि ने थार सम्मेलन की सफलता के लिए विभिन्न विभागों में सम्पर्क किया।
जिलाध्यक्ष शंकर पुरोहित, पुखराज पारीक ने थार सम्मेलन में पूरे सम्भाग से हजारों कर्मचारियों के पहुंचने संबंधी जानकारी दी।
नरेगा संविदाकर्मियों की चेतावनी
NREGA, MGNREGAआठ सूत्रीय मांगों को लामबंद नरेगा संविदा कार्मियों का कहना है कि सरकार की हठधर्मिता नहीं चलेगी। कार्मियों की जायज मांगे हैं। इसके बावजूद सरकार ने गौर नहीं किया तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। मुख्य मांगों में संविदा अनुबंध वित्त विभाग के परिपत्र 9 जनवरी-07 के अनुसार ही नवीनीकरण कराया जाए, मानदेय एक नियमित कर्मचारी प्राबेशन ट्रेनी के रूप में तय किया जाए, ग्राम रोजगार सहायक को ग्राम पंचायत स्तर का पूरा जांच दिया जाए, मानदेय शब्द के स्थान पर वेतन एवं भत्ते मिले तथा संविदा अनुबंध के अनुसार 10 फीसदी राशि पीएफ में जमा कराई जाए।
अनियमिताओं पर कलेक्टर को ज्ञापन:
नरेगा श्रमिकों की सूची में खवारावजी के लोगों ने अनियमिताओं का आरोप लगाया है। इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंप मामले की जांच कराने की मांग की है। लोगों ने बताया कि खवारावजी पंचायत में चार कार्य तलाइयों के चल रहे हैं, जिसमें सभी मस्टरोल में समान नाम है। इसे कलेक्टर ने गंभीरता से लिया तथा मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में संतोष सैनी, राजाराम, मुकेश, कालूराम, विजय सिंह, रामसिंह, प्रहलाद मीणा, हरकेश, रामरख,कालूराम, हीरा लाल, पुखराज, घमंडी, शिवचरण, महेश सैनी, विजय सिंह आदि थे।
लालसोट& महानरेगा संविदाकर्मी संघ की 8 सूत्री मांगों के समर्थन में नरेगा कार्मिकों ने सोमवार को कलम बंद हड़ताल की तथा जिला मुख्यालय पर आयोजित रैली में भाग लिया, जिससे नरेगा मस्टररोल वितरण का काम प्रभावित रहा।राजेंद्र शर्मा, मंगल सिंह मीणा, रामप्रसाद चक्रधारी, बृजमोहन रैगर ने सरकार पर दोहरी नीति का आरोप लगाया। नरेगा में काम करने वाले लोगों की उपेक्षा की जा रही है।
निकाली विरोध रैली, दिया ज्ञापन
चूरू
महात्मा गांधी नरेगा कार्मिक संगठन की ओर से सात सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को विरोध रैली निकाली गई। रैली के बाद संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ को ज्ञापन दिया।विरोध प्रदर्शन के तहत नरेगा कार्मिक संगठन के पदाधिकारियों ने इंद्रमणि पार्क से कलेक्ट्रेट तक विरोध रैली निकाली। रैली में शामिल कार्मिकों ने नारेबाजी के जरिए आक्रोश व्यक्त किया। रैली के बाद सीईओ को ज्ञापन देकर सात सूत्री मांगों पर उचित कार्रवाई की मांग की। संघ के जिलाध्यक्ष मनीराम मूंड ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के क्रम में 22 फरवरी को ब्लाक स्तर पर अनिश्चिकालीन पेन डाउन हड़ताल की जाएगी। इसी क्रम में 23 फरवरी को जयपुर में विधानसभा के आगे घेराव किया जाएगा।
आरोपी को भेजा जेल :रतनगढ़. थाना पुलिस ने थाने में दर्ज नाबालिग से ज्यादती करने के प्रयास के आरोपी को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा। प्रकरण के आरोपी राकेश पुत्र हंसराम खटीक निवासी रतनगढ़ को रविवार को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर नरेगा कर्मचारी
महिपालसिंह डांगरी ने बताया कि मुख्यमंत्री को प्रेषित नरेगा कर्मचारी संगठन के मांग पत्र में कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, 9 जनवरी 2007 की संविदा सेवा शर्ते लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए गए पदों को बहाल करते हुए समस्त संविदा कार्मिकों को स्थायी करने, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ देने, नरेगा कार्मिकों द्वारा अपनी मांगों के लिए किए गए कार्य बहिष्कार समय को उनकी अनवरत सेवाओं में रखा जाकर नियमानुसार मानदेय दिया जाए, छह दिवसीय सप्ताह के स्थान पर पांच दिवसीय सप्ताह करने, संविदा कार्मिकों को भी सवैतनिक अवकाश भी स्वीकृत किया जाए, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था की जाए, वेतन वृद्धि के समय पूर्व में कार्यरत कार्मिक जिनकों एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका है उन्हें कार्यानुभव का लाभ दिया जाए, प्लेसमेंट एजेंसी के मार्फत कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर को समय पर मानदेय भुगतान किया जाए।
आज जयपुर होंगे रवाना : नरेगा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष महिपालसिंह डांगरी ने बताया 23 फरवरी को जयपुर में प्रदेश स्तरीय रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भाग लेने के लिए मंगलवार को जैसलमेर से नरेगा कार्मिकों का दल रवाना होगा।
नरेगा कर्मियों ने रैली के बाद सौंपा ज्ञापन
जिलेभर के नरेगा संविदा कार्मिकों ने सोमवार को राजकीय स्टेडियम में बैठक के बाद रैली के रूप में एडीएम केएम दूडिय़ा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। राजकीय स्टेडियम में सुबह आयोजित बैठक में मनरेगा कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष शिवकरण धौलिया सहित अनेक वक्ताओं ने एक स्वर में राज्य सरकार द्वारा कार्मिकों को स्थायी किए जाने की मांग सहित सात सूत्रीय मांगों को नहीं माने जाने तक विरोध जारी रखने का आह्वान किया। धौलिया ने कहा कि हमारा मांगें जायज है। इसके लिए हमें एकजुट होकर रहना होगा। इस दौरान ग्राम रोजगार सहायक संघ जिलाध्यक्ष, रूपाराम मेहरा, रामस्वरूप गोदारा, अनिल स्वामी, ब्लॉक अध्यक्ष दीनाराम चौधरी, बलवीर, बीके शुक्ला सहित अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किए। इसके बाद जिलेभर से आए नरेगा संविदा कार्मिक रैली के रूप में मानासर चौराहा होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां सभा के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंचायती राज शासन सीएस राजन, नरेगा परियोजना निदेशक रामनिवास मेहता व नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार का पुतला जलाया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी किए जाने, छठे वेतन आयोग अनुसार वेतन लाभ दिए जाने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए गए स्थायी पद बहाल करते हुए सभी संविदा कार्मिकों को स्थायी पदों का सृजन कर वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों को ही स्थायी नियुक्ति देने की मांग की सहित सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान जिलेभर के विभिन्न ब्लॉक क्षेत्रों से आए नरेगा कार्मिक मौजूद थे।
23 को जयपुर में रैली
नरेगा संविदा कार्मिकों की बैठक में 23 फरवरी को जयपुर में प्रदेश स्तरीय रैली में जिले में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का आह्वान किया गया। नरेगा कार्मिक संघ जिलाध्यक्ष शिवकरण धौलिया ने बताया कि जयपुर में होने वाली रैली में आगे की रणनीति तय की जाएगी और राज्य सरकार द्वारा मांगें नहीं माने जाने पर भूख हड़ताल भी शुरू की जाएगी।
थांवला& पंचायत समिति रियांबड़ी क्षेत्र में सेवाएं दे रहे नरेगा कर्मचारियों ने डेगाना विधायक अजय सिंह किलक को सात सूत्री ज्ञापन सौंपा। संघ के जिला प्रवक्ता दिलीप पाराशर भैरूंदा ने बताया कि राजस्थान के सभी कर्मचारी 14 फरवरी से पेनडाउन हड़ताल पर हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, पेन डाउन हड़ताल जारी रहेगी। सरकार के रवैये को देखते हुए संघ अब जिला स्तर और राज्य स्तर पर आंदोलन करने की रूपरेखा बना रहा है। संघ के रियांबड़ी अध्यक्ष नरेश कुमार सैनी, उपाध्यक्ष मिस्साराम सहित अनेक नरेगाकर्मी मौजूद थे।
नरेगा संविदा कर्मियोंं ने प्रदर्शन कर दिया धरना
नरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर संविदा कार्मिक सोमवार को भी हड़ताल पर रहे। इन्होंने तहसील स्तर पर प्रदर्शन करके धरना दिया। बाद में सात सूत्रीय मांगों को ज्ञापन सौंपा।
धरने में लेखा सहायक, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कनिष्ठ तकनीकी सहायक, एमआईएस मैनेजर एवं जिले के ग्राम पंचायतों में कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक शामिल रहे। सभी कार्मिकों की ओर से राज्य सरकार के आदेश नरेगा कार्मिकों को हटाने की चेतावनी की आलोचना की गई। जिले के नरेगा कार्मिक 23 फरवरी को जयपुर मे बाईस गोदाम से विधानसभा के पश्चिमी गेट तक महारैली निकालेंगे। इसमें जिलेे के जिलाध्यक्ष नवल नागर ने महारैली में शामिल होने के लिए नरेगा कार्मिकों से रैली में भाग लेने की अपील की है।
अंता. नरेगा संविदा कार्मिक संघ के आह्वान पर स्थानीय कार्यालय के संविदा कार्मिकों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को पंचायत समिति कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया। इन्होंने अपनी मांगोंं को लेकर प्रधान संजना मीणा को ज्ञापन सौंपा। प्रधान ने अपनी मांगों के निस्तारण के लिए वर्तमान में चल रहे विधानसभा सत्र में उठाने का आश्वासन दिया। ब्लॉक अध्यक्ष रामस्वरूप गौड़ व सचिव अविनाश मीणा ने बताया कि मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। साथ ही महानरेगा कार्यों का बहिष्कार किए जाने का निर्णय लिया गया।
किशनगंज. पंचायत समिति में कार्यरत नरेगा संविदा कार्मिकों ने पंचायत समिति मुख्यालय पर धरना जारी रखा। संघ के अध्यक्ष अभिषेक गौड़, उपाध्यक्ष ओपी भारती, कोषाध्यक्ष भगवानलाल वैष्णव, सचिव रमेश सहरिया ने सभी कार्मिकों को संबोधित करते हुए आंदोलन की रूपरेखा तय की। उन्होंने बताया कि मंगलवार को शाम पांच बजे पंचायत समिति बारां में सातों ब्लॉकों के संविदा कार्मिक एकत्रित होकर २३ फरवरी को जयपुर में होने वाली रैली में भाग लेंगे। धरने में रोजगार सहायक, लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर, एमआईएस मैनेजर, कनिष्ठ तकनीकी, सहायकों ने अपने विचार व्यक्त किए।
अटरू. पंचायत समिति के नरेगा कर्मचारियों ने सोमवार को ११ सूत्रीय मांगों को लेकर पंचायत समिति में पांचवे दिन भी हड़ताल जारी रखी। संविदा कर्मी तीन वर्ष पूर्ण होने के बावजूद पर्याप्त वेतन नहीं मिलने, वेतन छह प्रतिशत खर्चों के आधार को खत्म किया जाए।
शाहाबाद. महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारियों का पंचायत समिति पर धरना चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। संविदा कर्मियों ने बताया कि सात सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा। धरने में राजू गुर्जर, यतन जैन, राजेश शर्मा, शाहिद पठान, राकेश, धर्मवीर शर्मा, तुलसीराम, ठाकुरलाल, अमृतलाल सहरिया आदि उपस्थित थे।
छबड़ा. महा नरेगा कर्मचारी संघ अध्यक्ष हरिओम भारद्वाज ने बताया कि सात सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया गया। प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन में उपाध्यक्ष मानसिंह मीणा, कोषाध्यक्ष संजय नागर आदि मौजूद थे।
नरेगा कार्मिकों का प्रदर्शन
नरेगा में संविदा पर लगे कार्मिकों ने नियमित करने समेत अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को महानरेगा कार्मिक संघ के तत्वावधान में रैली निकालकर सरकार की नीतियों के विरोध में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया और काली पट्टी बांध कर विरोध जताया तथा सरकार की सदबुद्धि के लिए यज्ञ किया। बाद में उन्होंने कलेक्टर नीरज के.पवन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही जिले भर के कार्मिक वाहनों में धरना स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे, दोपहर होते होते सैकड़ों की संख्या में कार्मिक धरना स्थल पर पहुच गए। धरने को जिला कार्यकारिणी व ब्लॉक कार्यकारिणी के सदस्यों ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं देती है तब तक नरेगा कार्यों का बहिष्कार जारी रखा जाएगा। कार्मिकों को विधानसभा का घेराव करने के लिए भी तैयार रहने का आह्वान किया।
इधर नरेगा कार्मिकों की ओर से दिए जा रहे धरने व प्रदर्शन को ग्राम सेवक संघ के प्रदेश महामंत्री सोहन डारा, जिलाध्यक्ष दौलतसिंह अखावत व राजस्थान राज्य एकीकृत महासंघ के जिलाध्यक्ष रणवीरसिंह चौहान समर्थनदेने की घोषणा की है। धरने के बाद सभी कार्मिकों ने कलेक्ट्रेट से मानव शृंखला बनाकर रैली निकाली। यह रैली कलेक्ट्रेट से रवाना होकर सूरजपोल व गांधी मूर्ति होते हुए वापस कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में कई कार्मिक विभिन्न नारे लिखी तख्तियां हाथ लेकर चल रहे थे, कई अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे थे। धरने को जिलाध्यक्ष चेतन चौहान, पाली ब्लॉक अध्यक्ष स्वाति मेहता, अब्दुल वहीद, मुकेश सिसोदिया, अभिषेक गुप्ता,गोविंदराम, अयुब खान, असलम खान, हरीश अवस्थी, भरत भाटी, अमित त्रिवेदी, भंवरसिंह, हेंमंतसिंह आदि ने संबोधित कर कार्मिकों को अपने हक के लिए आर पार की लड़ाई लडऩे का आह्वान किया। इस दौरान 23 फरवरी को जयपुर में विधानसभा का घेराव करने का निर्णय किया गया। धरना प्रदर्शन के दौरान जिले भर में संविदा पर लगे तकनीकी सहायक, एमआईएस मैनेजर, सहायक लेखाकार, कंप्यूटर ऑपरेटर विद मशीन, डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं ग्राम रोजगार सहायक शामिल थे।
दोस्तों हमें जरुरत है तो बस आपके हौसले, प्यार, हिम्मत और साथ की, हमारे अंदर कदम से कदम मिलाकर साथ चलने के लिए मजबूत ईरादा होना चाहिए
अंत में दो शब्द
धरना प्रदर्शन जारी, आज निकालेंगे रैली
ग्राम रोजगार सहायक संघ की ओर से आठ सूत्री मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना प्रदर्शन चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। संघ ने सरकार से निरस्त पदों को सृजित करने, मानदेय बढ़ाने व नियमित करने की मांग रखी है। इस दौरान संघ ने मंगलवार को जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपाने का निर्णय लिया। इस मौके संघ के सदस्य समेत कई जने मौजूद थे।
सांचौर. महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत संविदा पर कार्यरत रोजगार सहायकों का धरना चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान रोजगार सहायकों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर दो फरवरी को राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशों की उपखंड कार्यालय के समक्ष होली जलाई।
ग्राम रोजगार सहायक संघ एवं संविदा पर कार्यरत कार्मिकों ने उपखंड अधिकारी को दिए ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को स्थायी करने, निरस्त किए रोजगार सहायकों के पद बहाल करने, छठे वेतन का लाभ देने व संवैतनिक अवकाश देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। वहीं राज्य सरकार द्वारा जारी 2 फरवरी के आदेशों की उपखण्ड कार्यालय के आगे होली जलाकर विरोध प्रकट किया। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष ओमप्रकश जाणी, सांवलाराम, श्रवण व गणपत सहित बड़ी संख्या में नेरगा संविदा कार्मिक उपस्थित थे।
रोजगार सहायकों का समर्थन
सांचौर. ग्राम सेवक संघ सांचौर व चितलवाना ने नरेगा संविदा कार्मिकों की पेन डाउन हड़तान का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से उन्हें स्थाई करने की मांग की है। संघ के उपशाखा अध्यक्ष बाबुलाल सुथार ने बताया कि पिछले चार दिन से संविदा कार्मिकों के हड़ताल पर रहने से महानरेगा का कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे महानरेगा श्रमिकों के नियोजन व भुगतान पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होंने संविदा कार्मिकों का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से संविदा कार्मिकों को स्थाई करने की मांग की। इसी प्रकार राजस्थान शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता सोनाराम विश्नोई ने महानरेगा संविदा कार्मिकों का धरना स्थल पर समर्थन देनेे की घोषणा करते हुए राज्य सरकार से सकारात्मक कदम उठाने व उन्हें नियमित करने की मांग की है।
रानीवाड़ा. पंचायत समिति परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन पर बैठे ग्राम रोजगार सहायकों ने सोमवार को विधायक रतन देवासी को ज्ञापन दिया। संयुक्त महानरेगा कार्मिक संघ के तत्वावधान में चल रहे इस धरणा प्रदर्शन में छठे दिन भी समस्त रोजगार सहायकों ने नरेगा कार्यांे का बहिष्कार कर धरना जारी रखा। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष जवानसिंह ने बताया कि विधायक को ज्ञापन के जरिए कार्मिकों को नियमानुसार स्थाई करने, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ देने, स्थाई पद सृजन करने, नया अनुबंध प्रारूप वापस लेने, पांच दिवसीय सप्ताह करने व संवैतनिक अवकाश स्वीकृत करने समेत कई समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता करने का निवेदन किया गया है। धरने को राजस्थान ग्रामसेवक संघ एवं सरपंच संघ का भी समर्थन मिल रहा है।
भीनमाल. इसी तरह महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन के दर्जनों कर्मचारियों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, छठे वेतन आयोग का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने, संविदा कार्मिकों के स्थायी पदों का सजृन कर कार्यरत कर्मचारियों को स्थायी करने, छह दिवसीय सप्ताह के बजाय पांच दिवसीय सप्ताह का लाभ देने, संवैतनिक अवकाश की सुविधा देने, ९ जनवरी २००७ की सुविधा सेवा शर्तों के अनुसार पीएफ की कटौती करने और मेडिकल व दुर्घटना बीमा का लाभ दिलवाने की मांग की है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नरेगा कर्मचारी मौजूद थे।
जसवंतपुरा. नरेगा कार्मिकों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पंचायत समिति मुख्यालय पर चौथे दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान ग्राम पंचायत में नरेगा सहित अन्य कार्य बाधित हुए। सोमवार को ग्राम रोजगार सहायकों के समर्थन में पंचायत समिति के समस्त तकनीकी सहायक, लेखा सहायक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर भी सामूहिक अवकाश पर रहे। जिला नरेगा कार्मिक संघ के अध्यक्ष सतनामसिंह ने बताया कि नरेगा कार्मिकों के अवकाश पर रहने से ब्लॉक के समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केंद्र के कार्य बाधित हो रहे हैं। ग्राम रोजगार सहायकों के अवकाश पर रहने से राजीव गांधी सेवा केंद्र पर नरेगा मजूदर की उपस्थिति भी समय पर नहीं हो रही है। साथ ही कम्प्यूटर ऑपरेटर्स के अवकाश पर रहने से सोमवार को पूरे दिन मस्टरोल जारी नहीं हुए। इधर, नरेगा मजदूरों का भुगतान हुए १५ दिन से भी ज्यादा समय हो गया है। धरने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष रणजीत सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान जिला अध्यक्ष की अध्यक्षता में नरेगा कार्मिक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर कैलाशदान, गोापालसिंह, भरत प्रजापत, श्यामलसिंह, वसनाराम व अमीर मोहम्मद समेत कई नरेगा कार्मिक उपस्थित थे।
नरेगा आयुक्त का पुतला फूंका
भास्कर न्यूज. सायला
ग्राम रोजगार सहायकों की आठ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना चौथे दिन सोमवार को पंचायत समिति परिसर में जारी रहा। वहीं ग्राम सहायकों ने अपनी मांगों को लेकर उपखंड मुख्यालय के आगे नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार का पुतला फूंक सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम धीरजमल ढिंडोर को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व पंचायत समिति परिसर में ग्राम रोजगार सहायकों के अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन कार्मिकों को संबाोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष महबूब खान ने कहा कि धरने के चौथे दिन तक भी सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया जा रहा है और लोकतंत्र में अपनी आठ सूत्री जायज मांगों के साथ शांतिपूर्वक धरने पर बैठक ग्राम रोजगार सहायकों के आंदोलन को दबाने की रणनीति बनाते हुए नरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने सहायकों को 7 दिन में काम पर नहीं लौटने पर हटाने की कार्यवाही को लेकर चेतावनी भरा पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी पर कार्य करने और महंगाई व छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन बढ़ाने की मांग करने पर हटाने का फरमान जारी कर लोकतंत्र विरोधी है। इधर, ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जसवंतसिंह बालावत ने बताया कि ग्राम रोजगार सहायकों का धरना वाजिब है। सरकार को इनकी मांगों पर विचार कर मानदेय बढ़ाना चाहिए। साथ उनको काम पर लगाया चाहिए।
आहोर. पंचायत समिति के अधीन ४१ ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत संविदा पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायकों ने पंचायत के बाहर धरना दिया। मुख्यमंत्री के नाम विभिन्न मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी आशाराम डूडी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थायी करने, ९ जनवरी की संविदा सेवा शर्ते लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त पदों को बहाल करने तथा समस्त कार्मिकों को स्थायी करने, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा करने सहित विभिन्न मांगें रखी गई। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष छगनलाल, पूरण राठौड, गणेशाराम, मांगाराम, दिनेश, अंजना चौधरी, गिरधारी, पप्पाराम, चंपालाल, अंकिता शर्मा, गिरधारी, सरोज सहित रोजगार सहायक एवं अन्य मनरेगा कार्मिक मौजूद थे।
नरेगा कार्मिक हुए एकजुट
काली पट्टी बांधकर जताया विरोध: संविदा नरेगा कार्मिको के आंदोलन के तहत सोमवार को सभी कार्मिको ने अपने हाथ की बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और मांगे पूरी करने की मांग रखी है।
यह हैं प्रमुख मांगे
ठ्ठ महात्मा गांधी नरेगा कार्मिकों को नियमानुसार स्थाई करने।ी।
ठ्ठ 9 जनवरी, 07 की संविदा शर्ताे को लागू कर नियमानुसार पीएफ कटौती करने।
ठ्ठ छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन का लाभ देने।
ठ्ठ नरेगा के तहत किसी भी कार्य में गैर सरकारी संगठनों को एजेंसी नहीं बनाया जाए।
ठ्ठ नरेगा कार्मिकों की मांगों को लेकर किए गए बहिष्कार को अनवरत सेवाओं में गिनकर मानदेय दिलाने सहित १४ सूत्री मांगे रखी।
२१ को महारैली
छींच. नरेगा कार्मिक महासंघ की जिला स्तरीय महारैली 21 फरवरी को उपाध्याय पार्क से आरंभ होगी। कार्मिक संघ के जिला महासचिव दिनेश बारोट ने बताया कि जिले भर के कार्मिकों से सघन संपर्क किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक संख्या में कार्मिक उपस्थित हो सके। सभी उपस्थित कार्मिक उपाध्याय पार्क से रैली के रूप में रवाना होकर जिला कलेक्टर को सात सूत्री ज्ञापन सौंपेंगे उसके बाद रैली सभा में परिवर्तित हो जाएगी।
नरेगा संविदा कार्मिक उतरे सड़क पर
बांसवाड़ा & महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत संविदा कार्मिक स्थायीकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार को जिले भर से एकत्र हुए संविदा कार्मिकों ने शहर में रैली निकाली तथा बाद में सीईओ एवं एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। दूसरी ओर ग्रामीण विकास विभाग ने ग्राम रोजगार सहायक व संविदा पदों को लेकर 9188 पदों के स्थायीकरण के लिए पदों का सृजित किया था। जिसे पिछले दिनों निरस्त कर दिया गया है। वहीं नए अनुबंध के तहत कार्य व आवश्यकतानुसार मानदेय के मामले का विरोध कर रहे हैं। जिसमें स्पष्ट किया है कि संविदा कार्मिकों को जब आवश्यकता होगी तब बुलाया जाएगा।
श्रमिकों से भी कम हैं मानदेय : जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि संविदा कार्मिकों का मानदेय नरेगा श्रमिकों से भी कम है। उनका कहना था कि नरेगा में कुशल श्रमिकों को 300 रुपए मानदेय हैं तथा श्रमिक को 119 रुपए तय हैं। ऐसे में सहायक कर्मचारी के 83 रुपए प्रतिदिन, ग्राम रोजगार सहायक को 116 रुपए, डाटा इंट्री ऑपरेटर को 133 रुपए मानदेय हैं। वहीं तकनीकी सहायक को 8 हजार, एमआईएस मैनेजर को 322 रुपए प्रतिदिन देय हैं। ज्ञापन देने से पूर्व नरेगा संविदा कार्मिकों ने कुशलबाग मैदान से रैली निकालते हुए जमकर नारे लगाए। रैली में जिले के आठों ब्लॉक से कार्मिक आए थे।
जिनमें प्रमुख रूप में जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, जितेश पटेल, महिपालसिंह, रोहिनी शाह, लोकेश पुरोहित, दिनेश बारोट आदि रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
बागीदौरा में भी हुआ आंदोलन
बागीदौरा. महानरेगा में स्थानीय ब्लॉक के संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी सुभाषचंद्र शर्मा को सोमवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कर्मियों ने बताया गया हैं कार्मिकों के लिए जो नवीन प्रारूप लागू किया गया हैं जिसमें उनके हितों की अनदेखी की गई हैं। इसके अलावा स्थायीकरण, पीएफ कटौती, ग्राम रोजगार सहायकों को बहाल करने, छठें वेतनमान अनुरूप वेतन लाभ देने, पांच दिवसीय सप्ताह घोषित करने, संवैतनिक अवकाश सहित कई मांग की गई हैं। ज्ञापन प्रस्तुत करने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष हेमेश दोसी, संदीप पंचाल, विक्रमसिंह, राजेेश अग्रवाल, हुरजी हुवोर सहित नरेगा कर्मी उपस्थित थे ।
कार्यालयों पर लटके रहे ताले
घाटोल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत संविदा नरेगा कर्मियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर हड़ताल पर रहे। नरेगा कार्मिक जिला स्तरीय संगठन के आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। नरेगा कर्मियों के अभाव में सोमवार दिन भर कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा व सुबह से ही कार्यालयों पर ताले लटके रहें।
नरेगा संविदा कार्मिक उतरे सड़क पर
बांसवाड़ा & महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत संविदा कार्मिक स्थायीकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार को जिले भर से एकत्र हुए संविदा कार्मिकों ने शहर में रैली निकाली तथा बाद में सीईओ एवं एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। दूसरी ओर ग्रामीण विकास विभाग ने ग्राम रोजगार सहायक व संविदा पदों को लेकर 9188 पदों के स्थायीकरण के लिए पदों का सृजित किया था। जिसे पिछले दिनों निरस्त कर दिया गया है। वहीं नए अनुबंध के तहत कार्य व आवश्यकतानुसार मानदेय के मामले का विरोध कर रहे हैं। जिसमें स्पष्ट किया है कि संविदा कार्मिकों को जब आवश्यकता होगी तब बुलाया जाएगा।
श्रमिकों से भी कम हैं मानदेय : जिलाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि संविदा कार्मिकों का मानदेय नरेगा श्रमिकों से भी कम है। उनका कहना था कि नरेगा में कुशल श्रमिकों को 300 रुपए मानदेय हैं तथा श्रमिक को 119 रुपए तय हैं। ऐसे में सहायक कर्मचारी के 83 रुपए प्रतिदिन, ग्राम रोजगार सहायक को 116 रुपए, डाटा इंट्री ऑपरेटर को 133 रुपए मानदेय हैं। वहीं तकनीकी सहायक को 8 हजार, एमआईएस मैनेजर को 322 रुपए प्रतिदिन देय हैं। ज्ञापन देने से पूर्व नरेगा संविदा कार्मिकों ने कुशलबाग मैदान से रैली निकालते हुए जमकर नारे लगाए। रैली में जिले के आठों ब्लॉक से कार्मिक आए थे।
जिनमें प्रमुख रूप में जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, जितेश पटेल, महिपालसिंह, रोहिनी शाह, लोकेश पुरोहित, दिनेश बारोट आदि रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
बागीदौरा में भी हुआ आंदोलन
बागीदौरा. महानरेगा में स्थानीय ब्लॉक के संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी सुभाषचंद्र शर्मा को सोमवार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नरेगा कर्मियों ने बताया गया हैं कार्मिकों के लिए जो नवीन प्रारूप लागू किया गया हैं जिसमें उनके हितों की अनदेखी की गई हैं। इसके अलावा स्थायीकरण, पीएफ कटौती, ग्राम रोजगार सहायकों को बहाल करने, छठें वेतनमान अनुरूप वेतन लाभ देने, पांच दिवसीय सप्ताह घोषित करने, संवैतनिक अवकाश सहित कई मांग की गई हैं। ज्ञापन प्रस्तुत करने के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष हेमेश दोसी, संदीप पंचाल, विक्रमसिंह, राजेेश अग्रवाल, हुरजी हुवोर सहित नरेगा कर्मी उपस्थित थे ।
कार्यालयों पर लटके रहे ताले
घाटोल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्यरत संविदा नरेगा कर्मियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर हड़ताल पर रहे। नरेगा कार्मिक जिला स्तरीय संगठन के आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। नरेगा कर्मियों के अभाव में सोमवार दिन भर कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा व सुबह से ही कार्यालयों पर ताले लटके रहें।
नरेगा कार्मिक धरने पर
कल देंगे एसडीओ को ज्ञापन
बागीदौरा. महानरेगा योजना के तहत पंचायत समिति बागीदौरा में कार्यरत समस्त संविदा कार्मिकों ने पंचायत समिति परिसर में बैठक का आयोजन किया। बैठक में सात सूत्री मागों को लेकर विचार विमर्श किया गया। संदीप पंचाल ने बताया कि सोमवार को उपखंड अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा।
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