8000 लोगों ने किया विधानसभा का घेराव
पहले निकाली रैली, प्रदर्शन, शहर में जगह जगह जाम
जयपुर. राज्य के लगभग सभी जिलों से आए करीब 8 हजार संविदाकर्मियों, नरेगा कर्मचारियों, ग्राम सेवकों ने बुधवार को कई घंटे तक विधानसभा पर प्रदर्शन किया। इससे पहले निकाली गई रैली से जगह जगह जाम लग गया। राजस्थान महात्मा गांधी नरेगा संविदा कार्मिक संघ के आह्वान पर ये कर्मचारी यहां पहुंचे। बसों में भरकर आए ये कर्मचारी सुबह करीब 10:30 बजे से बाइस गोदाम सर्किल पर इक_ा होना शुरू हो गए। इसके बाद करीब 12 बजे से भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में विधानसभा की ओर रैली के रूप में रवाना हुए।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार वैष्णव तथा प्रदेश महामंत्री हरीशकुमार व्यास के नेतृत्व में विधानसभा के सहकार मार्ग वाले रास्ते पर पहुंचने पर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। रैली का अगला हिस्सा जब विधानसभा के ज्योतिनगर मोड पर आकर रुक गया था, उसके भी करीब आधे घंटे बाद तक दूसरा हिस्सा बाइस गोदाम सर्किल पर था। रास्ते में ये कर्मचारी सरकार से विभिन्न मांगों की पूर्ति के लिए नारेबाजी करते चल रहे थे।
करीब 40 मिनट तक रहा जाम
लोगों के सहकार सर्किल पर जमा होने के साथ ही सहकार मार्ग पर जाम होना शुरू हो गया। कारों, सिटी बसों और दुपहिया वाहनों को करीब 40 मिनट तक इस जाम में फंसे रहना पड़ा। यह जाम सहकार भवन से विधानसभा मोड तक लगा रहा। इससे लोग काफी परेशान हुए। कई दुपहिया वाहन चालक तो यहां वहां से रास्ता खोजते रहे। आगे रास्ता जाम होने के बावजूद ट्रेफिक पुलिसकर्मियों ने लालकोठी मंडी की ओर से आने वाले वाहनों को डायवर्ट नहीं किया। ऐसा ही ज्योतिनगर की ओर हुआ। विधानसभा की ओर रैली के पहुंचने वाले रास्ते पर ज्योतिनगर मोड की ओर से लगातार वाहन आते रहे। इस बीच रैली को इन वाहनों के कारण 15 मिनट तक रोके रखना पड़ा। यदि पुलिसकर्मी उन्हें गांधीनगर मोड से डायवर्ट कर देते तो सहकार मार्ग रैली से जल्दी खाली हो जाता और वहां जाम ज्यादा देर नहीं रहता।
सीएम को सौंपा मांगपत्र
संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मांगपत्र सौंपा। इस 8 सूत्री मांगपत्र में संविदाकर्मियों व नरेगा संविदा कार्मिकों को परिलाभ दिए जाने, सामूहिक दुर्घटना बीमा, ग्रेच्युटी, मेडिक्लेम बीमा, अवकाश आदि का लाभ, वरिष्ठता के आधार पर 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि, मानदेय के साथ साथ वेतनभत्तों का प्रावधान किए जाने की मांग की गई।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार वैष्णव तथा प्रदेश महामंत्री हरीशकुमार व्यास के नेतृत्व में विधानसभा के सहकार मार्ग वाले रास्ते पर पहुंचने पर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। रैली का अगला हिस्सा जब विधानसभा के ज्योतिनगर मोड पर आकर रुक गया था, उसके भी करीब आधे घंटे बाद तक दूसरा हिस्सा बाइस गोदाम सर्किल पर था। रास्ते में ये कर्मचारी सरकार से विभिन्न मांगों की पूर्ति के लिए नारेबाजी करते चल रहे थे।
करीब 40 मिनट तक रहा जाम
लोगों के सहकार सर्किल पर जमा होने के साथ ही सहकार मार्ग पर जाम होना शुरू हो गया। कारों, सिटी बसों और दुपहिया वाहनों को करीब 40 मिनट तक इस जाम में फंसे रहना पड़ा। यह जाम सहकार भवन से विधानसभा मोड तक लगा रहा। इससे लोग काफी परेशान हुए। कई दुपहिया वाहन चालक तो यहां वहां से रास्ता खोजते रहे। आगे रास्ता जाम होने के बावजूद ट्रेफिक पुलिसकर्मियों ने लालकोठी मंडी की ओर से आने वाले वाहनों को डायवर्ट नहीं किया। ऐसा ही ज्योतिनगर की ओर हुआ। विधानसभा की ओर रैली के पहुंचने वाले रास्ते पर ज्योतिनगर मोड की ओर से लगातार वाहन आते रहे। इस बीच रैली को इन वाहनों के कारण 15 मिनट तक रोके रखना पड़ा। यदि पुलिसकर्मी उन्हें गांधीनगर मोड से डायवर्ट कर देते तो सहकार मार्ग रैली से जल्दी खाली हो जाता और वहां जाम ज्यादा देर नहीं रहता।
सीएम को सौंपा मांगपत्र
संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मांगपत्र सौंपा। इस 8 सूत्री मांगपत्र में संविदाकर्मियों व नरेगा संविदा कार्मिकों को परिलाभ दिए जाने, सामूहिक दुर्घटना बीमा, ग्रेच्युटी, मेडिक्लेम बीमा, अवकाश आदि का लाभ, वरिष्ठता के आधार पर 10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि, मानदेय के साथ साथ वेतनभत्तों का प्रावधान किए जाने की मांग की गई।