बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए पंजाब सरकार की पहल
श्रम विभाग द्वारा बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए जिला बठिंडा में भट्ठों, होटलों, ढाबों और फैक्ट्रियो की विशेष चैकिंग की गई । बाल मजदूरी को खत्म करने और लोगों में जागृति पैदा करने के लिए पंजाब सरकार की हिदायतों पर छह जून से बारह जून तक मनाये गये सप्ताह के तहत 147 स्थानों पर अचानक छापे मार कर 14 वर्ष से कम आयु के 21 बच्चो को बरामद करके अभिभावकों को सपुर्द किया गया | इन अभिभावकों को बच्चो को काम पर भेजने की बजाय स्कूल भेजने के लिए भी प्रेरित किया गया | सप्ताह के समापन पर एक विचार गोष्टी का आयोजन किया गया जिसमे परमजीत सिंह संधू, सुभाष गुप्ता, नरेश गुप्ता के अलावा बठिंडा के श्रम निरीक्षक निरंजन सिंह ने भाग लिया । श्रम विभाग द्वारा विशेष चैकिंग मुहिम के दौरान चाय की दुकानों, होटल, ढाबे और भट्ठों पर अचानक चैकिंग की गई । गोष्टी में वक्ताओं ने बाल मजदूरी को एक सामाजिक लाहनत और कानूनी जुर्म बताया | इसे खत्म करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा विशेष प्रयत्न किये जा रहे है। सुच्चा सिंह बांडी ने विचार गोष्टी को संबोधन करते हुए बताया कि बाल मजदूरी कानून की उल्लंघना करने वाले होटल, ढाबों, चाय की दुकानों, कारखानों के मालिको के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है | अदालत द्वारा दोषी को दस से बीस हजार रूपये तक जुर्माना और तीन महीने से एक वर्ष तक की सजा दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी लेबर निरीक्षको को यह आदेश जारी किये गये हैं कि वह समय-समय पर भट्ठे,फैक्ट्रियो और होटलों की चैकिंग करते रहे ताकि बाल मजदूरी को खत्म किया जा सके । उन्होंने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा विभाग द्वारा भट्ठों पर स्कूल खोले गये हैं | यहां पार्ट टाईम अध्यापक भट्ठों पर रहने वाले बच्चों को शिक्षा देते है। सहायक श्रम आयुक्त सुच्चा सिंह बांडी ने भठठा मालिको और मजदूर नेताओं से बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए सुझाव भी मांगे