मांगें पूरी नहीं हुईं तो दो जनवरी से नहीं करेंगे काम
Posted On at by NREGA RAJASTHANमनरेगा संविदा कार्मिकों ने एसडीएम, बीडीओ को सौंपा ज्ञापन
हनुमानगढ़त्न जिले के मनरेगा संविदा कार्मिक संघ की ओर से सोमवार को रावतसर, टिब्बी व भादरा उपखंडों में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। कार्मिकों ने इस संबंध में बीडीओ को भी मनरेगा आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर एक जनवरी तक उनकी मांगें नहीं मान ली गईं तो वे दो से सभी कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।
रावतसरत्न मनरेगा संविदा कार्मिक संघ ने सोमवार को उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ ने पंचायत समिति विकास अधिकारी को भी मनरेगा आयुक्त के नाम ज्ञापन दिया। अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत करवाया। दिए गए ज्ञापन में राज्य में मनरेगा योजना के तहत कार्यरत सभी संविदा कार्मिकों को नियमित करने, अंतर राशि का भुगतान करने व बिना जांच के अब तक हटाए गए कार्मिकों को पुन: बहाल करने की मांग की है। ज्ञापन में संघ ने चेतावनी दी है कि अगर एक जनवरी तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे दो जनवरी से अनिश्चितकालीन कलमबंद व समस्त मनरेगा कार्यों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
टिब्बीत्नमनरेगा संविदा कार्मिक संघ की स्थानीय इकाई सदस्यों ने संविदा कर्मचारियों की मांगों के संबंध में सोमवार को उपखंड अधिकारी हर्षवर्धन सिंह राठौड़ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के अनुसार राज्य में मनरेगा योजनांतर्गत कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग की गई है जिसमें बताया गया है कि वर्तमान में कार्यरत संविदा कार्मिक वर्ष 2006-07 से सेवा दे रहे हैं। इन कर्मचारियों का चयन सक्षम प्राधिकारियों द्वारा पूर्णतया आरक्षण नियमों, आयु, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मैरिट द्वारा किया गया है तथा समय पर प्रशिक्षण, कंप्यूटर ट्रेनिंग भी प्रदान की गई है। कर्मचारियों को 1 अप्रैल 11 से नियमित वेतन श्रृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान करवाने, नरेगा स्थाई समिति में ग्राम रोजगार सहायक को सदस्य के रूप में दखल अंदाजी मानना, लेखा सहायक द्वारा कैश बुक व स्टॉक रजिस्टर निरीक्षण को दखल अंदाजी मानना, ई-मस्टररोल के संदर्भ में गलत एमआईएस नंबर व इंटरनेट की धीमी गति के कारण डाटा एंट्री ऑपरेटर व कम्प्यूटर ऑपरेटर मय मशीनों को दोषी मानना, कार्य अनुरूप टास्क देने के बावजूद कनिष्ठ तकनीकी सहायक पर आरोप लगाकर सेवा से पृथक कर देना जो अनुचित है तथा बिना जांच के अब तक हटाये गये कार्मिकों को पुन: बहाल करने की मांग की गई है। चेतावनी दी गई है एक जनवरी तक उक्त समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो राज्य के समस्त संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन कलमबंद व कार्यों का बहिष्कार करेंगे।
भादरात्नराजस्थान महात्मा गांधी मनरेगा संविदा कार्मिक संघ शाखा के संविदाकर्मियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मनरेगा के तहत कार्यरत समस्त संविदाकर्मियों को नियमित करने, नियमित वेतन श्रृंखला लागू होने तक उन्हें छठे वेतन आयोग का लाभ देने, संविदाकर्मियों द्वारा सेवा शर्तों के अनुरूप कार्य किए जाने के बाद भी सरपंचों व अधिकारियों द्वारा द्वेषता पूर्वक भावना से कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की। चेतावनी देते हुए संविदाकर्मियों ने कहा कि अगर शीघ्र ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे।
हनुमानगढ़त्न जिले के मनरेगा संविदा कार्मिक संघ की ओर से सोमवार को रावतसर, टिब्बी व भादरा उपखंडों में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। कार्मिकों ने इस संबंध में बीडीओ को भी मनरेगा आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर एक जनवरी तक उनकी मांगें नहीं मान ली गईं तो वे दो से सभी कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।
रावतसरत्न मनरेगा संविदा कार्मिक संघ ने सोमवार को उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ ने पंचायत समिति विकास अधिकारी को भी मनरेगा आयुक्त के नाम ज्ञापन दिया। अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत करवाया। दिए गए ज्ञापन में राज्य में मनरेगा योजना के तहत कार्यरत सभी संविदा कार्मिकों को नियमित करने, अंतर राशि का भुगतान करने व बिना जांच के अब तक हटाए गए कार्मिकों को पुन: बहाल करने की मांग की है। ज्ञापन में संघ ने चेतावनी दी है कि अगर एक जनवरी तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे दो जनवरी से अनिश्चितकालीन कलमबंद व समस्त मनरेगा कार्यों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
टिब्बीत्नमनरेगा संविदा कार्मिक संघ की स्थानीय इकाई सदस्यों ने संविदा कर्मचारियों की मांगों के संबंध में सोमवार को उपखंड अधिकारी हर्षवर्धन सिंह राठौड़ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के अनुसार राज्य में मनरेगा योजनांतर्गत कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग की गई है जिसमें बताया गया है कि वर्तमान में कार्यरत संविदा कार्मिक वर्ष 2006-07 से सेवा दे रहे हैं। इन कर्मचारियों का चयन सक्षम प्राधिकारियों द्वारा पूर्णतया आरक्षण नियमों, आयु, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मैरिट द्वारा किया गया है तथा समय पर प्रशिक्षण, कंप्यूटर ट्रेनिंग भी प्रदान की गई है। कर्मचारियों को 1 अप्रैल 11 से नियमित वेतन श्रृंखला लागू होने तक पारिश्रमिक छठे वेतनमान के आधार पर गणना कर अंतर राशि का भुगतान करवाने, नरेगा स्थाई समिति में ग्राम रोजगार सहायक को सदस्य के रूप में दखल अंदाजी मानना, लेखा सहायक द्वारा कैश बुक व स्टॉक रजिस्टर निरीक्षण को दखल अंदाजी मानना, ई-मस्टररोल के संदर्भ में गलत एमआईएस नंबर व इंटरनेट की धीमी गति के कारण डाटा एंट्री ऑपरेटर व कम्प्यूटर ऑपरेटर मय मशीनों को दोषी मानना, कार्य अनुरूप टास्क देने के बावजूद कनिष्ठ तकनीकी सहायक पर आरोप लगाकर सेवा से पृथक कर देना जो अनुचित है तथा बिना जांच के अब तक हटाये गये कार्मिकों को पुन: बहाल करने की मांग की गई है। चेतावनी दी गई है एक जनवरी तक उक्त समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो राज्य के समस्त संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन कलमबंद व कार्यों का बहिष्कार करेंगे।
भादरात्नराजस्थान महात्मा गांधी मनरेगा संविदा कार्मिक संघ शाखा के संविदाकर्मियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मनरेगा के तहत कार्यरत समस्त संविदाकर्मियों को नियमित करने, नियमित वेतन श्रृंखला लागू होने तक उन्हें छठे वेतन आयोग का लाभ देने, संविदाकर्मियों द्वारा सेवा शर्तों के अनुरूप कार्य किए जाने के बाद भी सरपंचों व अधिकारियों द्वारा द्वेषता पूर्वक भावना से कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की। चेतावनी देते हुए संविदाकर्मियों ने कहा कि अगर शीघ्र ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे।