नरेगा में अनियमितता, सरपंच व ग्रामसेवक सहित चार पर जुर्माना
सीकर.लक्ष्मणगढ़ इलाके की भूमा बड़ा ग्राम पंचायत में नरेगा में अनियमितता का मामला सामने आया है। यहां सरपंच, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक व सामान आपूर्ति करने वाली फर्म ने नियमों को ताक पर रख निविदा आमंत्रित किए बिना ही ग्रेवल की खरीद कर ली।
मामले की जांच के बाद नरेगा के लोकपाल ने इन चारों को दोषी मानते हुए एक- एक हजार रुपए का जुर्माना लगाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कलेक्टर को लिखा है। वहीं फर्म से वैट की वसूली की जाएगी।
नरेगा के लोकपाल युनूस अली खां ने बताया कि पिछले दिनों महेश कुमार ने लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति की भूमा बड़ा ग्राम पंचायत की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया कि वर्तमान सरपंच व ग्रामसेवक सहित अन्य ने मिलीभगत से दंतूजला- से ढ़ाका की ढाणी जाने वाली सड़क के लि गलत तरीके से ग्रेवल खरीद लिया, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है।
इसके बाद लोकपाल ने एसडीएम, विकास अधिकारी व नरेगा के अधिशाषी अभियंता से मामले की जांच कराई। जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत ने बिना निविदा आमंत्रित कर सामान खरीद लिया। ग्राम पंचायत रजिस्टर्ड फर्म से सामान खरीदने के नियमों को भी ताक पर रख दिया।
जांच में सामने आया कि यहां रामकुमार फर्म से ग्राम पंचायत ने पहले 1056 घन मीटर ग्रेवल खरीदी। इसके बाद दुबारा 825 घन मीटर ग्रेवल खरीदी। ग्राम पंचायत ने रजिस्टर्ड फर्म नहीं होने के बाद भी फर्म को पहले आए माल का भुगतान भी कर दिया।
जांच में सरपंच, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक व सामान आपूर्ति करने वाली फर्म को दोषी माना गया। इस पर लोकपाल ने चारों पर एक- एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।
मामले की जांच के बाद नरेगा के लोकपाल ने इन चारों को दोषी मानते हुए एक- एक हजार रुपए का जुर्माना लगाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कलेक्टर को लिखा है। वहीं फर्म से वैट की वसूली की जाएगी।
नरेगा के लोकपाल युनूस अली खां ने बताया कि पिछले दिनों महेश कुमार ने लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति की भूमा बड़ा ग्राम पंचायत की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया कि वर्तमान सरपंच व ग्रामसेवक सहित अन्य ने मिलीभगत से दंतूजला- से ढ़ाका की ढाणी जाने वाली सड़क के लि गलत तरीके से ग्रेवल खरीद लिया, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है।
इसके बाद लोकपाल ने एसडीएम, विकास अधिकारी व नरेगा के अधिशाषी अभियंता से मामले की जांच कराई। जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत ने बिना निविदा आमंत्रित कर सामान खरीद लिया। ग्राम पंचायत रजिस्टर्ड फर्म से सामान खरीदने के नियमों को भी ताक पर रख दिया।
जांच में सामने आया कि यहां रामकुमार फर्म से ग्राम पंचायत ने पहले 1056 घन मीटर ग्रेवल खरीदी। इसके बाद दुबारा 825 घन मीटर ग्रेवल खरीदी। ग्राम पंचायत ने रजिस्टर्ड फर्म नहीं होने के बाद भी फर्म को पहले आए माल का भुगतान भी कर दिया।
जांच में सरपंच, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक व सामान आपूर्ति करने वाली फर्म को दोषी माना गया। इस पर लोकपाल ने चारों पर एक- एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।