नरेगा कर्मियों ने मांगी सुविधाएं
NREGA MGNREGA
Source: Matrix News | Last Updated 04:29(18/02/11)
स्थाई कर्मचारियों की ही तरह सरकारी सुविधाएं मुहैया कराए जाने की मांग को लेकर नरेगा कर्मी भी आंदोलन के मूड में आ गए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीओ को दिए ज्ञापन में सात सूत्री मांगें रखी गई हैं। मांगें पूरा नहीं करने पर 21 फरवरी से आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन में नरेगा कर्मियों को नियमानुसार स्थाई करने, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन का लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त स्थाई पदों को बहाल करते हुए सभी संविदा कार्मिकों के स्थाई पदों का सृजन किए जाने की मांग की है। छह दिवसीय सप्ताह के बजाय पांच दिन का सप्ताह करने, स्थाई कार्मिकों की तरह संविदा कार्मिकों को भी सवैतनिक अवकाश की स्वीकृति देने की मांग की गई है। संविदा शर्तों के अनुसार पीएफ की कटौती करने, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था सरकार द्वारा करने की मांग की गई है। नरेगा कर्मियों का कहना है कि संविदा पर कार्यरत कार्मिकों के संबंध में अनुबंध का जो नवीन प्रारूप लागू किया गया है, वह नरेगा कार्मिकों के हित में नहीं है। पूर्व में 9188 रोजगार सहायकों के सृजित पद निरस्त कर दिए गए। इस कारण उनका भविष्य अधरझूल में लटका हुआ है।
नारेबाजी कर दिया ज्ञापन: भैंसरोडगढ़। महात्मागांधी नरेगा कार्मिक संघ पंचायत समिति भैंसरोडगढ़ ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार से अनिश्चित कालीन धरना पंचायत समिति कार्यालय के बाहर प्रारंभ किया। संघ के महामंत्री ललित वैष्णव ने बताया कि महात्मागांधी नरेगा योजना में कार्यरत सभी कार्मिकों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर पंचायत समिति मुख्यालय पर धरना प्रारंभ किया है। कर्मचारियों की मांग है कि कार्मिकों को छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ दिया जाए। इस मौके पर उपशाखा अध्यक्ष लोकेश आमेटा ने कहा कि प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत गुरुवार से अनिश्चित कालीन धरना जारी किया है। धरने पर बैठने वालों में कनिष्ठ तकनीकी सहायक हरीश चौहान, मनोज कच्छावा, प्रदीप कुमार, मुकेश धाकड़, लेखा सहायक धर्मेंद्र टेलर, सत्यनारायण, महावीर नागर, कैलाश धाकड़, शशीकांत आमेटा, महेश विजयवर्गीय, नवलकिशोर वैष्णव सहित रोजगार सहायक शामिल थे। नरेगा कार्मिक संघ ने पंचायत समिति मुख्यालय से तहसील कार्यालय तक मोटरसाइकिल रैली निकाल कर तहसीलदार ओमप्रकाश गुप्ता को ज्ञापन सौंपा।
रोजगार सहायकों ने शुरु की पेनडाउन हड़ताल:इटावा. पंचायत समिति क्षेत्र की तीस ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत कार्य कर रहे रोजगार सहायकों ने गुरुवार को प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत पेनडाउन हड़ताल शुरू कर दी है। इस अवसर पर क्षेत्र के रोजगार सहायकों ने पंचायत समिति कार्यालय पर पहुंचकर सरकार के विरुद्ध प्रर्दशन कर नारेबाजी की। इसके बाद रोजगार सहायकों ने संघ के ब्लॉक अध्यक्ष मुरलीधर मीणा के नेतृत्व में नरेगा के कार्यक्रम अधिकारी जगदीश मीणा को ज्ञापन देकर नरेगा योजना के तहत संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों को नवीन अनुबंध प्रारूप व मानदेय एवं समस्याओं के समाधान की मांग की। ज्ञापन में नरेगा कर्मियों को स्थाई करने, छठे वेतन आयोग अनुसार वेतन लाभ देने, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किए गए स्थाई पदों को बहाल करने एवं मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा करने की मांग की। इस अवसर पर ग्राम रोजगार सहायक संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, कोषाध्यक्ष हेमन्त मीणा, महावीर सुमन, सहित कई कर्मचारी उपस्थित थे।
आंदोलन व धरना प्रदर्शन की चेतावनी: सुल्तानपुर . क्षेत्र के दीगोद उपखण्ड कार्यालय में गुरुवार क ो महात्मा गांधी नरेगा कर्मचारी संगठन ब्लॉक सुल्तानपुर ने संविदा पर कार्यरत कार्मिकों के नवीन अनुबन्ध प्रारूप व मानदेय के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम उपखण्ड कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सात सूत्रीय मांगे प्रमुख रही। जिसमें नरेगा कार्मिको क ो नियमानुसार स्थाई किया जाए, छठे वेतन आयोग के अनुसार वेतन लाभ दिया जाए, ग्राम रोजगार सहायकों के निरस्त किये गये स्थाई पदों को बहाल करते हुए शेष समस्त संविदा कार्मिको के स्थाई पदों का सृजन किया जाकर वर्तमान में कार्यरत कार्मिकों की स्थाई नियुक्ति की जाए, ६ दिवसीय सप्ताह के स्थान पर पांच दिवसीय सप्ताह किया जाए अथवा कार्य समय सवेरे १० से सायं ५ बजे किया जाए, स्थाई कार्मिको की तरह संविदा कार्मिको को भी सवैतनिक अवकाश की स्वीकृति दी जाए, ९ जनवरी २००७ की संविदा सेवा शर्ताे के अनुसार पीएफ कटौती की जाए, मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाए आदि शामिल हैं। उन्होने २० फरवरी तक मांगे पूरी करने की मांग की। मांगे पूरी नही होने पर २१ फरवरी से आन्दोलन करने की चेतावनी दी।