महानरेगा में कागजों में सड़कें
Posted On at by NREGA RAJASTHANमहानरेगा कागजों में सड़कें
जयपुर। सड़क निर्माण 1 किमी और भुगतान 10 किमी का, खरंजा निर्माण आधा और भुगतान पूरे का उठाने, घटिया निर्माण और एक से अधिक जॉब कार्ड जारी कर करीब 10 लाख रूपए का गबन करने के मामलों में सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ तकनीकी सहायक व सरपंच सहित 14 कर्मचारियों की मिलीभगत का खुलासा हुआ है।
भ्रष्टाचार में लिप्त इन अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने, विभागीय जांच और वेतन वृद्धि रोकने का जिला प्रशसान ने निर्णय किया है। भ्रष्टाचार के ये मामले जिले की फागी व जमवारामगढ़ तहसील क्षेत्रों में खरंजा व सकड़ निर्माण में गड़बड़ी, बस्सी तहसील की ग्राम पंचायत राजपुरा पातलवास में एक ही परिवार को दो-दो जॉब कार्ड जारी करने तथा दूदू तहसील की ग्राम पंचायत बिचून में नरेगा श्रमिकों के भुगतान में गड़बड़ी पर सामने आए हैं।
यह है बानगी
केस-1 : तहसील फागी ग्राम पंचायत मण्डोर . प्रधान के चबूतरे से यादव मोहल्ला तक, तेजाजी मंदिर से बजरंग राणा के मकान तक, बड़ी स्कूल से नहर तक तथा रामेश्वर जड़ के मकान से स्कूल की ओर कातला खरंजा सड़क व नाली निर्माण कार्य की अधिक नाप कर लाखों गबन किए।
केस-2 : तहसील जमवा रामगढ़ ग्राम पंचायच खकरड़ा . पीर की तलाई से डाबर तक ग्रेवल सड़क कार्य 1 किमी और भुगतान उठाया 10 किमी का। इसी तरह सुल्तान मीणा की ढाणी से मेन रोड तक ईट खडंजा के निर्माण व ग्राम खरकड़ा में तलाई कार्य में घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल हुई।
इन पर हुई कार्रवाई
ग्राम सेवक रमेशचन्द शर्मा, सरपंच पतासी देवी, रोजगार सहायक प्रभुलाल महावर, कनिष्ठ तकनीकी सहायक माधवराज चौहान के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज और मेट रेखा शर्मा को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश।
सहायक अभियन्ता आर.एन. माथुर, सहायक अभियन्ता अशोक स्वर्णकार के खिलाफ 17 सीसी और ग्राम सेवक महावीर सोनी के खिलाफ 16 सीसी की विभागीय जांच कराने के निर्देश।
कनिष्ठ तकनीकी सहायक महेन्द्र कुमार शर्मा की संविदा समाप्त और पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा कई अधिकारी-कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकी गई है।
बक्शा नहीं जाएगा
नरेगा कार्यो की जांच पर विशेष जोर दिया जा रहा है। गड़बड़ी मिलने पर किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बक्शा नहीं जाएगा।नवीन महाजन, जिला कलक्टर जयपुर।
जयपुर। सड़क निर्माण 1 किमी और भुगतान 10 किमी का, खरंजा निर्माण आधा और भुगतान पूरे का उठाने, घटिया निर्माण और एक से अधिक जॉब कार्ड जारी कर करीब 10 लाख रूपए का गबन करने के मामलों में सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ तकनीकी सहायक व सरपंच सहित 14 कर्मचारियों की मिलीभगत का खुलासा हुआ है।
भ्रष्टाचार में लिप्त इन अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने, विभागीय जांच और वेतन वृद्धि रोकने का जिला प्रशसान ने निर्णय किया है। भ्रष्टाचार के ये मामले जिले की फागी व जमवारामगढ़ तहसील क्षेत्रों में खरंजा व सकड़ निर्माण में गड़बड़ी, बस्सी तहसील की ग्राम पंचायत राजपुरा पातलवास में एक ही परिवार को दो-दो जॉब कार्ड जारी करने तथा दूदू तहसील की ग्राम पंचायत बिचून में नरेगा श्रमिकों के भुगतान में गड़बड़ी पर सामने आए हैं।
यह है बानगी
केस-1 : तहसील फागी ग्राम पंचायत मण्डोर . प्रधान के चबूतरे से यादव मोहल्ला तक, तेजाजी मंदिर से बजरंग राणा के मकान तक, बड़ी स्कूल से नहर तक तथा रामेश्वर जड़ के मकान से स्कूल की ओर कातला खरंजा सड़क व नाली निर्माण कार्य की अधिक नाप कर लाखों गबन किए।
केस-2 : तहसील जमवा रामगढ़ ग्राम पंचायच खकरड़ा . पीर की तलाई से डाबर तक ग्रेवल सड़क कार्य 1 किमी और भुगतान उठाया 10 किमी का। इसी तरह सुल्तान मीणा की ढाणी से मेन रोड तक ईट खडंजा के निर्माण व ग्राम खरकड़ा में तलाई कार्य में घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल हुई।
इन पर हुई कार्रवाई
ग्राम सेवक रमेशचन्द शर्मा, सरपंच पतासी देवी, रोजगार सहायक प्रभुलाल महावर, कनिष्ठ तकनीकी सहायक माधवराज चौहान के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज और मेट रेखा शर्मा को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश।
सहायक अभियन्ता आर.एन. माथुर, सहायक अभियन्ता अशोक स्वर्णकार के खिलाफ 17 सीसी और ग्राम सेवक महावीर सोनी के खिलाफ 16 सीसी की विभागीय जांच कराने के निर्देश।
कनिष्ठ तकनीकी सहायक महेन्द्र कुमार शर्मा की संविदा समाप्त और पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा कई अधिकारी-कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकी गई है।
बक्शा नहीं जाएगा
नरेगा कार्यो की जांच पर विशेष जोर दिया जा रहा है। गड़बड़ी मिलने पर किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बक्शा नहीं जाएगा।नवीन महाजन, जिला कलक्टर जयपुर।